15 महीना बीत गये,नहीं हुई ब्रेन मैपिंग व लाइ डिटेक्टर टेस्ट
मामला सिकिदिरी में युवती के साथ दुष्कर्म के बाद आत्मदाह काचार्जशीट व सुपरविजन है अलग-अलगअजय दयाल,रांची सिकिदरी के नावागढ़ निवासी एक युवती ने 17 मार्च 2013 को दुष्कर्म के बाद आत्मदाह कर ली थी. इस मामले में मुख्य आरोपी प्रीत रंजन प्रसाद 16 माह से जेल में है. इस मामले में आरोपी और उसके परिजनों […]
मामला सिकिदिरी में युवती के साथ दुष्कर्म के बाद आत्मदाह काचार्जशीट व सुपरविजन है अलग-अलगअजय दयाल,रांची सिकिदरी के नावागढ़ निवासी एक युवती ने 17 मार्च 2013 को दुष्कर्म के बाद आत्मदाह कर ली थी. इस मामले में मुख्य आरोपी प्रीत रंजन प्रसाद 16 माह से जेल में है. इस मामले में आरोपी और उसके परिजनों का कहना है कि यदि उसकी और गवाहों की ब्रेन मैपिंग व लाइ डिडेक्शन टेस्ट करायी जाये, तो इस मामले का दिशा बदल सकता है. इस मामले में भी प्रीति कांड की तरह नया खुलासा हो सकता है. केस में आइओ की चार्जशीट व डीएसपी की सुपरविजन रिपोर्ट अलग-अलग है. आइओ रत्नेश्वर शर्मा ने कई मामले को सही बताया है, जिसे डीएसपी ने कारण सहित गलत बताया है.तत्कालीन डीएसपी आनंद जोसेफ तिग्गा ने सुपरविजन रिपोर्ट में आरोपी व गवाहों की ब्रेन मैपिंग व लाइ डिडेक्शन टेस्ट सहित 10 अन्य बातों की जांच कराने की अनुशंसा की थी, लेकिन 16 माह बीतने के बाद भी पुलिस इस मामले में गंभीर नहीं है. क्या था मामला17 मार्च 2013 को सिकिदिरी के नावागढ़ निवासी एक युवती ने दुष्कर्म के बाद आत्मदाह कर ली थी. उसने अपने प्रेमी प्रीत रंजन प्रसाद व तीन अज्ञात युवकों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. आत्मदाह के प्रयास के बाद गंभीर अवस्था में उसे रिम्स में भरती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गयी थी. मौत के पूर्व उसने पुलिस को बयान दिया था कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है. इसके बाद प्रीत रंजन व तीन अज्ञात युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. कोट ::::::पुलिस ने गवाहों और आरोपी के ब्रेन मैपिंग और लाइ डिटेक्शन टेस्ट के लिए न्यायालय में आवेदन दिया था,लेकिन न्यायालय ने दोनों टेस्ट के लिए आदेश नहीं दिया. यदि न्यायालय का आदेश मिलेगा, तो टेस्ट अवश्य कराया जायेगा. अनिल शंकर,डीएसपी सिल्ली
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