नयी दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली बैंक प्रमुखों से मुलाकात करेंगे. 31 जुलाई को पहली बार सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों से मुलाकात करेंगे. उम्मीद है कि वह उनसे ब्याज दर कम करने के लिए कहेंगे ताकि वृद्धि को प्रोत्साहित किया जा सके. सूत्रों ने बताया ‘‘वित्त मंत्री 31 जुलाई को बैंकों के प्रमुखों से मुलाकात करेंगे ताकि बजट में घोषित वित्तीय समावेश के एजेंडे को आगे बढाया जा सके.’’ सूत्रों ने कहा कि हालांकि, वित्तीय समावेश बैठक का मुख्य एजेंडा है लेकिन इसके अलावा ब्याज दर कम करने, वसूली न किए जा सकने वाले रिण, कृषि रिण और वित्तीय प्रदर्शन के मामले पर बैठक में बात हो सकती है.
बजट 2014-15 के भाषण में जेटली ने कहा था ‘‘देश के हर परिवार को बैंकिंग सेवा प्रदान करने के लिए इस साल 15 अगस्त को वित्तीय समावेश मिशन के तौर पर एक समयबद्ध कार्यक्रम जारी किया जाएगा.’’ इस मिशन को सफल बनाने के लिए वित्तीय सेवा विभाग 11 अगस्त को एक प्रदर्शनी का आयोजन कर रहा है ताकि बैंक खाते खोलने, कार्ड जारी करने और आनलाइन अंतरण सेवा प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकियों को समझा जा सके.
अनुमान है कि इस योजना के दायरे में हर परिवार को शामिल करने के लिए करीब 15 करोड खातों की जरुरत होगी. इस योजना में बैंकिंग सुविधाओं की व्यापक पहुंच, सूक्ष्म बीमा और मूल बैंकिंग खाता समेत छह उपायों के जरिए छूटे परिवारों को ओवरड्राफ्ट सुविधा और रुपे डेबिट कार्ड के साथ-साथ 1 लाख रुपये की दुर्घटना बीमा सुरक्षा प्रदान करने का प्रावधान किया गया है.
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