नयी दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के भविष्य को लेकर घोषणा करते हुए कहा कि पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक, ओरिएंटल बैंक, यूनियन बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, आंध्रा बैंक, इंडियन बैंक, इलाहाबाद बैंक, केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय किया जायेगा. इन बैंकों के विलय के बाद एक बड़ा बैंक बनेगा. एक हफ्ते के अंदर अपनी दूसरी प्रेस वार्ता में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश के बैंकिंग क्षेत्र में कई बड़े सुधार किये गये. बैंको ने उपभोक्ताओं के हित में घोषणाएं कीं.
Finance Minister Nirmala Sitharaman: We shall continue with 2 banks which will have national presence – Bank of India with Rs 9.3 Lakh Crores of business size and Central Bank with Rs 4.68 Lakh Crores of business size. pic.twitter.com/J7lWuujMag
— ANI (@ANI) August 30, 2019
यूनियन बैंक के साथ आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय होगा. विलय के बाद ये देश का सबसे बड़ा पांचवां बैंक हो जायेगा. केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक में विलय होगा और यह देश का सबसे बड़ा चौथा सरकारी बैंक होगा, जिसकी पूंजी 15.20 लाख करोड़ होगी. पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा और यह बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक हो जायेगा. इसका सालाना कारोबार 17.95 लाख करोड़ का होगा. इसके अलावा, इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का आपस में विलय होगा. इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक के विलय से 8.08 लाख करोड़ रुपये के कारोबार के साथ सार्वजनिक क्षेत्र का 7वां बड़ा बैंक बनेगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक को 16,000 करोड़, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 11,700 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा को 7,000 करोड़, केनरा बैंक को 6,500 करोड़ रुपये, इंडियन बैंक को 2,500 करोड़ रुपये मिलेंगे. इसके अलावा, इंडियन ओवरसीज बैंक को 3,800 करोड़, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 3,300 करोड़, यूको बैंक 2,100 करोड़ रुपये, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को 1,600 करोड़ और पंजाब एंड सिंध बैंक को 750 करोड़ रुपये मिलेंगे.
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को पांच लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचाने को लेकर काम जारी है और इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि बड़े कर्ज पर नजर बनाये रखने के लिए निगरानी संकेत एजेंसी का गठन किया जायेगा. इसके तहत 250 करोड़ से अधिक पर निगरानी संकेत एजेंसी की नजर बनी रहेगी.
वित्त मंत्री ने कहा कि 18 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 14 बैंकों का मुनाफा बढ़ा है और देश के बैंकों में गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में कमी आयी है. इसके अलावा, उन्होंने बैंकों के कर्मचारियों को आश्वस्त भी किया है कि बैंकिंग सेक्टर में और खासकर सरकारी बैंकों में कर्मचारियों की छंटनी नहीं की जायेगी.
इसके साथ ही, उन्होंने यह भी का कि देश के आठ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने ब्याज दरों को रेपो रेट से जोड़ लिया है. मेरे पिछले ऐलान के बाद चार एनबीएफसी ने अपने समस्याओं का समाधान बैंकों के जरिये किया है. उन्होंने कहा कि हमें वित्तीय क्षेत्र के लिए मजबूत आधार तैयार करना होगा. उन्होंने कहा कि देश में करीब तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद की गयीं और भगोड़ों पर कार्रवाई जारी रहेगी. उन्होंने यह भी कहा कि नीरव मोदी जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए हमारी नजर बनी रहेगी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.