मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा, ग्लोबल और घरेलू कारणों से आर्थिक वृद्धि में छायी है सुस्ती
नयी दिल्ली : मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को कहा कि घरेलू एवं वैश्विक कारकों की वजह से जीडीपी वृद्धि की रफ्तार में सुस्ती आयी है. उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अनेक कदम उठा रही है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों […]
नयी दिल्ली : मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को कहा कि घरेलू एवं वैश्विक कारकों की वजह से जीडीपी वृद्धि की रफ्तार में सुस्ती आयी है. उन्होंने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अनेक कदम उठा रही है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि की रफ्तार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घटकर पांच प्रतिशत रह गयी. आर्थिक वृद्धि की यह रफ्तार छह साल से भी अधिक समय में सबसे निचले स्तर पर आ गयी है.
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सुब्रमण्यम ने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिये सभी तरह के कदम उठा रही है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि देश ‘बहुत जल्द’ उच्च वृद्धि दर को छू लेगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार स्थिति से अवगत है और बैंकों के विलय (आज घोषित) सहित कई कदम उठाये गये हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के दस बैंकों का विलयकर चार बैंकों के गठन की घोषणा की है. इसके अलावा, उन्होंने पिछले सप्ताह गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी क्षेत्र में नकदी बढ़ाने, शेयरों में कारोबार करने वालों पर बढ़ाया गया कर अधिभार वापस लेने सहित कई कदमों की घोषणा की है.
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