देश की अर्थव्यवस्था में और गिरावट की आशंका नहीं, आने वाली तिमाही से शुरू होगा सुधार

वित्तीय कारोबार करने वाली स्विस कंपनी यूबीएस का अनुमान नयी दिल्ली : भारत की आर्थिक वृद्धि दर में आयी बड़ी गिरावट से पैदा हुई चिंता के बीच इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की राहत देने वाली अध्ययन रिपोर्ट आ रही है. इसमें कहा गया है कि भारत में वृद्धि दर में अब और गिरावट के आसार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2019 8:11 AM
वित्तीय कारोबार करने वाली स्विस कंपनी यूबीएस का अनुमान
नयी दिल्ली : भारत की आर्थिक वृद्धि दर में आयी बड़ी गिरावट से पैदा हुई चिंता के बीच इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की राहत देने वाली अध्ययन रिपोर्ट आ रही है. इसमें कहा गया है कि भारत में वृद्धि दर में अब और गिरावट के आसार नहीं दिख रहे, बल्कि इसमें अब तेजी धीरे-धीरे आयेगी. वित्तीय कारोबार करने वाली स्विस कंपनी यूबीएस का अनुमान है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर नरमी के इस दौर में अपना निम्नतम स्तर जून में समाप्त तिमाही में देख चुकी है. अब इसमें यहां से सुधार की प्रक्रिया शुरू होगी.
कंपनी ने अपनी रिपोर्ट यूबीएस इंडिया फाइनेंशियल कंडीशंस इंडेक्स में यह बात कही है. यह सर्वेक्षण आधारित रपट है. इसमें कहा गया है भारत की धीमी आर्थिक वृद्धि से देश में मांग और पूंजीगत निवेश गिरा है तथा कंपनियों के निर्यात की संभावनाएं प्रभावित हुई हैं. सर्वेक्षण रपट में कहा गया है कि आगे वृद्धि दर में सुधार में कुछ लंबा समय लगेगा और आगे की वृद्धि दर बाजार के अनुमानों से कम रह सकती है.
फिच ने भी कहा : आने वाली तिमाही से शुरू होगा सुधार
रेटिंग एजेंसी फिच सॉल्युशंस ने भी कहा कि आर्थिक वृद्धि लगभग अपने निचले स्तर को छू चुकी है और आने वाली तिमाहियों में यह सुधरना शुरू होगी. राजकोषीय और मौद्रिक प्रोत्साहन, सुधारों के जारी रहने और बुनियादी ढांचा मजबूत होने से अर्थव्यवस्था बढ़ेगी.
डीबीए का भी अनुमान : सुधरने के मजबूत आधार
सिंगापुर. बैंकिंग समूह डीबीएस ने भी कहा है कि भारत के आर्थिक ग्रोथ के दूसरी छमाही में सुधरने के मजबूत आधार हैं. वित्त वर्ष के अंत तक यह 6.5% से अधिक की दर पर लौट सकता है. उसने वास्तविक वृद्धि दर के पूर्व के अनुमान को 6.2% किया है, जो पहले 6.8% थी.
267 सीइओ व सीएफओ की राय शामिल
यूबीएस के एबीडेंस लैब सर्वेक्षण में कंपनियों के 267 सीइओ और मुख्य वित्त अधिकारियों की राय ली गयी है. सर्वेक्षण जुलाई, 2019 में किया गया. सर्वेक्षण में 50 प्रतिशत कंपनी-अधिकारियों ने कहा कि अगले 12 महीने तक में वृद्धि ज्यादा-से-ज्यादा 10 प्रतिशत तक सीमित रहेगी, जो मध्यम कही जा सकती है.

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