लंदन: एक अध्ययन में दावा किया गया है कि कारोबार तथा राजनीतिक के लिए सर्च इंजन गूगल पर खोज में उछाल के आधार पर शेयर बाजारों में भावी गिरावट का अनुमान लगाया जा सकता है. वारविक बिजनेस स्कूल (लंदन) तथा बोस्टन यूनिवर्सिटी (अमेरिका) के अनुसंधानकर्ताओं की एक टीम ने इस बारे में एक प्रणाली विकसित की है जो शेयर बाजार में गिरावट से पहले लोगों द्वारा गूगल पर खोजे जाने वाले विषयों को खुद ब खुद चिन्हित करती है.
इसके अनुसार 2004 से 2012 के दौरान आंकडों के विश्लेषण से दिखता है कि कारोबार तथा राजनीति से जुडे विषयों पर खोज में तेजी आने के बाद शेयर बाजारों में गिरावट जरुर आती है. अनुसंधानकर्ताओं का सुझाव है कि यह प्रणाली सर्च डेटा में चेतावनी संकेतों के रुप में इस्तेमाल की जा सकती है.
अध्ययन के प्रमुख लेखक तथा वारविक बिजनेस स्कूल में शोधार्थी चेस्टर कूरमे ने कहा, ‘गूगल आदि सर्च इंजिन वह सब रिकार्ड करते हैं जिनके लिए हमने ‘सर्च’ किया.’ इससे हम यह अंदाजा लगा सकते हैं कि वास्तविक दुनिया में फैसले करने से पहले लोग किस विषय पर सर्च करते हैं. यह अध्ययन नेशनल एकेडमी आफ साइंसेज ने प्रकाशित किया है.
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