मुंबई : एयर इंडिया के वरिष्ठ पायलट अतुल चंद्रा वित्तीय अनियमितता के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में हैं. चंद्रा को हाल ही में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) में प्रतिनियुक्ति से वापस बुलाया गया है. एक सूत्र ने गुरुवार को यह बात कही. सूत्र के मुताबिक, ईडी ने एयर इंडिया से चंद्रा के वित्तीय लेनदेन से जुड़े दस्तावेज मांगे हैं. चंद्रा के खिलाफ जून में शिकायत मिली थी. जांच एजेंसी ईडी मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा विनिमय प्रबंधन के उल्लंघन के मामले में जांच कर रही है.
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प्रवर्तन निदेशालय ने एयर इंडिया को भेजे गये पत्र में अनुरोध किया है कि यदि एयरलाइन को चंद्रा के खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम और विदेशी मुद्रा विनियम प्रबंध अधिनियम से जुड़ी प्रासंगिक जानकारी मिले तो उन्हें सूचित करे. एयर इंडिया के प्रवक्ता इस पर टिप्पणी के लिए मौजूद नहीं हैं. चंद्रा हाल ही में डीजीसीए में प्रतिनियुक्त पर तैनाती के दौरान दो वेतन लेने को लेकर सुर्खियों में आये थे.
प्रतिनियुक्त पर जब वह मुख्य उड़ान परिचालन निरीक्षक के पद पर थे, तो उन्होंने विमानन नियामक और एयर इंडिया दोनों जगह से वेतन लिया था. इसी के चलते उन्हें प्रतिनियुक्ति से वापस बुला लिया गया और एयरलाइन ने इसकी जांच की. कथित तौर पर जांच में पाया गया है कि चंद्रा ने प्रतिनियुक्ति के दौरान डीजीसीए से वेतन लेने के अलावा एयर इंडिया से कुल 2.8 करोड़ रुपये का वेतन लिया. कर के बाद वेतन 1.9 करोड़ रुपये था. इसके बाद, एयर इंडिया ने उन्हें वेतन लौटाने को कहा, तो उन्होंने केवल 80 लाख रुपये वापस किये. प्रतिनियुक्ति से पहले जनवरी, 2017 में वह एयर इंडिया में संयुक्त महाप्रबंधक के पद पर थे.
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