एफडी पर घट रहा ब्याज, बॉन्ड व डाकघरों में करें निवेश
पिछले कुछ महीनों की बात करें, तो बैंकों के डिपॉजिट रेट में खासी कमी दर्ज की जा चुकी है. हाल ही में सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआइ ने एक बार फिर एफडी पर अपनी ब्याज दर 0.5-1.0 फीसदी तक कम कर दी है. ऐसा 15 दिनों में दूसरी बार हुआ है. दूसरे बैंक भी इसी […]
पिछले कुछ महीनों की बात करें, तो बैंकों के डिपॉजिट रेट में खासी कमी दर्ज की जा चुकी है. हाल ही में सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआइ ने एक बार फिर एफडी पर अपनी ब्याज दर 0.5-1.0 फीसदी तक कम कर दी है. ऐसा 15 दिनों में दूसरी बार हुआ है. दूसरे बैंक भी इसी राह पर हैं. आने वाले दिनों में एफडी की ब्याज दरों में और गिरावट की उम्मीद है. ऐसे में पारंपरिक निवेशक भी एफडी की बजाय दूसरे विकल्पों की तलाश में हैं.
आप सबों की जानकारी के लिए एक बार फिर से बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अप्रैल के बाद से अबतक लगातार चार बार ब्याज दरों में कटौती की है, जिसके चलते रेपो रेट 1.1 फीसदी घटकर 5.4 फीसदी पर आ गया है.
इसी वजह से बैंकों ने भी एफडी पर ब्याज घटाने शुरू कर दिये हैं. अगर एसबीआइ की बात करें, तो एक साल की एफडी पर 6.5 फीसदी और 5 साल की एफडी पर 6.25 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. अन्य बैंकों की बात करें तो 5 साल की एफडी पर 6.25 फीसदी से 7 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है. ऐसे में आपके पास सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर रिटर्न पाने के दूसरे विकल्प मौजूद हैं.
एफडी के मुकाबले मिल रहा 1-1.5 प्रतिशत ज्यादा ब्याज
टाइम डिपॉजिट स्कीम : पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट स्कीम में एक साल से पांच साल तक निवेश की सुविधा है. इसमें 6.9 फीसदी से 7.7 फीसदी तक रिटर्न मिल रहा है.
एक साल से तीन साल की जमा पर: 6.9%
पांच साल की जमा पर: 7.7 %
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (एनएससी) नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट पर 7.9 फीसदी का सालाना चक्रवृद्धि ब्याज मिल रहा है. किसी भी पोस्ट ऑफिस जहां पर सेविंग खाता खोलने की सुविधा उपलब्ध हो वहां से आप एनएससी में निवेश कर सकते हैं. इस स्कीम के तहत निवेश की कुल अवधि पांच साल की होती है. इसमें निवेश की अधिकतम सीमा तय नहीं है. इसमें निवेश करने पर आयकर की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट भी मिलती है.
किसान विकास पत्र (केवीपी) : किसान विकास पत्र पर सालाना 7.6 फीसदी ब्याज दर उपलब्ध है. यह एक तरह का सर्टिफिकेट है, जिसे कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है. इसे बॉन्ड की तरह जारी किया जाता है. किसान विकास पत्र पर एक तय ब्याज मिलता है. इसमें कम से कम एक हजार का निवेश किया जाता है और फिर इसके गुणक में अधिक निवेश किया जा सकता है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.