अमेरिकी अधिकारी ने कहा, सऊदी अरब के तेल प्लांट्स पर हुए हमले से प्रभावित होगी पूरी दुनिया
वाशिंगटन : सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हमले के वैश्विक प्रभाव होंगे. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके दुष्प्रभावों को देखते हुए संयुक्तराष्ट्र को अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो की जेद्दाह की यात्रा शुरू होने के साथ ही अमेरिका की ओर से यह बयान आया है. पॉम्पियो जेद्दाह में सऊदी […]
वाशिंगटन : सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हमले के वैश्विक प्रभाव होंगे. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके दुष्प्रभावों को देखते हुए संयुक्तराष्ट्र को अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो की जेद्दाह की यात्रा शुरू होने के साथ ही अमेरिका की ओर से यह बयान आया है. पॉम्पियो जेद्दाह में सऊदी अरब के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करेंगे. सऊदी अरब अमेरिका के साथ मिलकर 2015 से यमन में ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य अभियान चला रहा है.
हुती ने शनिवार को सऊदी अरब में तेल शोधन संयंत्रों पर दो हमले की जिम्मेदारी ली है. इस हमले से वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की आूपर्ति प्रभावित हुई है. हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका दोषियों को जानता है. अमेरिकी सेना कार्रवाई के लिए ‘तैयार’ है.
अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया पॉम्पियो सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में अबूधाबी की यात्रा पर हैं. उन्होंने कहा कि सऊदी अरब पर हमला हुआ है, जिसके वैश्विक प्रभाव होंगे. संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा पर हुए आघात का समाधान करने के लिए बनाया गया है और यह हमला इसी श्रेणी में आता है. पॉम्पियो 18 सितंबर को ही जेद्दाह पहुंचेंगे.
अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा कि वह सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात कर हालिया हमलों पर चर्चा करेंगे. क्षेत्र में ईरान के बढ़ते आक्रामक रुख से निपटने के बारे में भी बात करेंगे. उन्होंने अपने बयान में बताया कि इसके बाद पॉम्पियो अबू धाबी जाकर संयुक्त अरब अमीरात के शहजादे मोहम्मद बिन जायद से क्षेत्रीय एवं द्विपक्षीय मुद्दों पर बात करेंगे.
कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप सरकार ईरान को मुंहतोड़ जवाब देने की योजना बना रही है. तेल संयंत्रों पर हमले के बाद पश्चिमी एशिया में तनाव बढ़ गया है. नाम नहीं बताने की शर्त पर अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, अमेरिका संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद की भूमिका की ओर देख रहा है. सऊदी अरब पर हमला हुआ है. ऐसे में सुरक्षित परिषद की बैठक बुलाना उचित है. हमें सुरक्षा परिषद की भूमिका का इंतजार करना चाहिए, लेकिन हमें पहले सार्वजनिक करने लायक जानकारी जुटाने की जरूरत है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.