‘अमृततुल्य” चाय बनाने वाली कंपनी को एफडीए का कामकाज रोकने का नोटिस

पुणे : महाराष्ट्र सरकार के खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) विभाग ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक कानून के कथित उल्लंघन को लेकर ‘अमृततुल्य’ चाय बनाने वाली येवाले फूड प्रोडक्ट्स नामक चाय शृंखला चलाने वाली कंपनी को कामकाज रोकने का नोटिस जारी किया है. विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि मीडिया में ऐसी खबर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2019 9:29 PM

पुणे : महाराष्ट्र सरकार के खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) विभाग ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक कानून के कथित उल्लंघन को लेकर ‘अमृततुल्य’ चाय बनाने वाली येवाले फूड प्रोडक्ट्स नामक चाय शृंखला चलाने वाली कंपनी को कामकाज रोकने का नोटिस जारी किया है. विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि मीडिया में ऐसी खबर थी कि इस पेय में कथित तौर पर कुछ नशीले पदार्थ का उपयोग हो रहा था, जिसके बाद चीनी, चाय और चाय ‘मसाला’ के नमूनों को यहां से उठाया गया है.

येवले फूड प्रोडक्ट्स पुणे के कटराज में अपनी केंद्रीकृत विनिर्माण इकाई में चीनी, चाय और विशेष चाय मसालों के पैकेज तैयार करते हैं और उन्हें विभिन्न शहरों में ‘येवले अमृततुल्य’ के नाम से मशहूर अपनी चाय फ्रेंचाइजी कंपनी में भेजते हैं. खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) विभाग के अधिकारियों के अनुसार, कटराज इकाई में निरीक्षण भी किया गया था.

अधिकारी ने कहा कि हमने पाया कि ये उत्पाद अनिवार्य लेबल के बगैर थे, जिसमें सामग्री के साथ-साथ उसके बनने की तारीख और उपयोग समाप्ति की तारीखों का उल्लेख किया जाता है. खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत ऐसा लेबल होना अनिवार्य है, जिसमें उक्त सारी सूचना हो.

एफडीए ने यह भी पाया कि चाय शृंखला ने विनिर्माण और पैकेजिंग प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक योग्य व्यक्ति की प्रतिनियुक्ति नहीं की थी. उन्होंने कहा कि विज्ञापन में ‘अमृततुल्य’ चाय पीने के बाद चाय पीने वालों को एसिडिटी की समस्या नहीं होने का दावा प्रथम दृष्टया भ्रामक प्रतीत होता है.

उन्होंने कहा कि चाय तैयार करने के लिए खनिजयुक्त पानी (मिनरल वाटर) के उपयोग का उनका दावा भी भ्रामक है. उन्होंने कहा कि जब तक एफडीए के मानदंडों का अनुपालन नहीं होता है, तब तक काम रोकने का नोटिस जारी किया जाता है.

अधिकारी ने कहा कि उन्हें तब तक के लिए उपयोग के लिए तैयार (रेडी टू यूज) मिक्सचर बनाने और उनकी पैकिंग नहीं करने को कहा गया है. अधिकारी ने बताया कि साप्ताहिक समाचारपत्र में चाय में कुछ नशीले पदार्थ के मिलाये जाने की रिपोर्ट के आने के बाद कुछ नमूनों को एकत्रित किया गया है.

संपर्क करने पर चाय शृंखला के संस्थापक नन्नाथ येवाले ने कहा कि उन्होंने सभी कानूनी मानदंडों का अनुपालन किया है और एफडीए को एक रिपोर्ट भेजी है. उन्होंने ‘नशीले पदार्थ’ के इस्तेमाल के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वे आधारहीन हैं और इसका उद्देश्य चाय शृंखला की प्रतिष्ठा को बदनाम करना है.

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