विश्व डिजिटल प्रतिस्पर्धा रैंकिंग में भारत चार पायदान चढ़कर 44वें स्थान पर
नयी दिल्ली : दुनिया में डिजिटल प्रतिस्पर्धा के मामले में भारत चार पायदान उछलकर 44 वें स्थान पर पहुंच गया है. भारत ने डिजिटल प्रौद्योगिकी की खोज और उसे अपनाने के लिए ज्ञान और भविष्य की तैयारियों के मामले में सुधार दर्ज किया है. एक वैश्विक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. आईएमडी की […]
नयी दिल्ली : दुनिया में डिजिटल प्रतिस्पर्धा के मामले में भारत चार पायदान उछलकर 44 वें स्थान पर पहुंच गया है. भारत ने डिजिटल प्रौद्योगिकी की खोज और उसे अपनाने के लिए ज्ञान और भविष्य की तैयारियों के मामले में सुधार दर्ज किया है.
एक वैश्विक रिपोर्ट में यह बात कही गई है. आईएमडी की विश्व डिजिटल प्रतिस्पर्धात्मकता रैकिंग 2019 के अनुसार, भारत 2018 में 48 वें स्थान से आगे बढ़कर 2019 में 44 वें पायदान पर पहुंच गया है.
देश ने सभी कारकों – ज्ञान, प्रौद्योगिकी और भविष्य की तैयारी के मामले में सुधार दर्ज किया है. इस सूची में अमेरिका पहले पायदान पर है. वह डिजिटल रूप से दुनिया की सबसे प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था है.
इसके बाद दूसरे स्थान पर सिंगापुर, तीसरे पर स्वीडन, चौथे पर डेनमार्क, पांचवें पर स्विट्जरलैंड है. शीर्ष दस डिजिटल प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्थाओं में नीदरलैंड (6), फिनलैंड (7), हांगकांग (8), नॉर्वे (9 वें) और कोरिया गणराज्य (10 वें) स्थान पर शामिल है.
रैंकिंग में सबसे लंबी छलांग चीन ने लगायी है. वह 30वें से 22वें पायदान पर पहुंच गया है. इसके बाद इंडोनेशिया 62 से 56 वें स्थान पर पहुंचा है. कई एशियाई देशों ने भी सूची में बढ़त हासिल की है.
हांगकांग एसएआर आठवें, कोरिया गणराज्य 10वें स्थान पर रहा है. ताइवान और चीन भी आगे बढ़कर 13वें और 22वें पायदान पर रहे.
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