नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की गेल इंडिया लिमिटेड और उसकी सहयोगी कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष में पाइप से रसोई गैस (पीएनजी) के 11.44 लाख कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है. हालांकि, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्च, 2015 में एक करोड़ घरों को अगले चार साल में पीएनजी से जोड़ने के घोषित लक्ष्य से बहुत पीछे है. कंपनी के दस्तावेजों के अनुसार, 2018-19 में गेल और उसके संयुक्त उपक्रमों ने दिल्ली और मुंबई में पीएनजी और सीएनजी के खुदरा बिक्री के 11.25 लाख कनेक्शन यानी 60 फीसदी लक्ष्य को ही पाया है.
मार्च, 2015 में पीएम मोदी ने देश के एक करोड़ घरों को पीएनजी से जोड़ेन की घोषणा की थी. उस समय देशभर में 26 लाख परिवार पीएनजी का इस्तेमाल कर रहे थे. सरकार की कोशिश पीएनजी के व्यापक विस्तार की है, ताकि सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर का का उपयोग कम करने में मदद मिल सके. बाद में एक करोड़ पीएनजी कनेक्शन की समय सीमा को एक साल के लिए बढ़ाकर 2020 कर दिया गया, लेकिन यह अब भी बहुत पीछे है.
पेट्रोलियम मंत्रालय की पेट्रोलियम योजना एवं आकलन प्रकोष्ठ के अनुसार, शहरों में गैस कनेक्शन देने वाली अन्य निजी कंपनियों के आंकड़े को साथ रखा जाए, तो देशभर में पीएनजी उपभोक्ताओं की संख्या मार्च 2018 तक 52 लाख से अधिक हो गयी है, जो एक साल पहले 42.65 लाख थी. एक सितंबर तक यह बढ़कर 54.17 लाख हो गयी है.
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