WEF के मंच से अमेरिकी वाणिज्य मंत्री ने कहा, जल्द ही होगा भारत के साथ व्यापार समझौता
नयी दिल्ली : अमेरिका या भारत दोनों में से किसी भी देश की सरकार ने ऐसा कभी नहीं कहा कि उनके बीच व्यापार समझौता ‘पांच मिनट’ में ही पूरा हो जायेगा, लेकिन दोनों के बीच ऐसी कोई बुनियादी समस्या भी नहीं है कि यह समझौता ना हो सके. अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि दोनों […]
नयी दिल्ली : अमेरिका या भारत दोनों में से किसी भी देश की सरकार ने ऐसा कभी नहीं कहा कि उनके बीच व्यापार समझौता ‘पांच मिनट’ में ही पूरा हो जायेगा, लेकिन दोनों के बीच ऐसी कोई बुनियादी समस्या भी नहीं है कि यह समझौता ना हो सके. अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता बहुत जल्द होगा. अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने कहा कि किसी भी सरकार ने यह नहीं कहा है कि पांच मिनट में व्यापार समझौता हो जायेगा.
उन्होंने कहा कि हमने तो नहीं कहा, न ही (वाणिज्य) मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, तो मुझे लगता है कि यह सब अटकलें हैं. फिर भी हमारा मानना है कि ऐसी कोई बुनियादी समस्या नहीं है कि तेजी से कोई समझौता नहीं हो सकता. हम दोनों एक दूसरे के मुद्दों से भली-भांति वाकिफ हैं. रॉस भारत एवं अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते के संबंध में एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
भारत आर्थिक सम्मेलन में प्रस्तावित व्यापार समझौते पर गोयल ने कहा कि यह मामला अब बैठक इत्यादि का समय तय करने और एक दूसरे से मिलने का सवाल ही रह गया है. इसी में यह तय होगा कि कितना समय लगेगा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई बड़ी वजह है जो कि इसे रोक सकती है. उन्होंने कहा कि व्यापार समझौते की घोषणा की वजह से न तो कोई भारतीय व्यापार रुक रहा है, और ना ही इससे भू-राजनीति स्तर अथवा नेताओं के स्तर पर और यहां तक कि व्यापार और व्यवसाय के सतर पर भारतीय संबंधों पर काई असर पड़ रहा है.
यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री मोदी की हाल की अमेरिका यात्रा के दौरान यह समझौता क्यों नहीं हो पाया? गोयल ने कहा केवल एक बार के आदान-प्रदान से ही व्यापार की दिशा तय नहीं हो जाती है. उन्होंने कहा कि व्यापार के मामले में भूत, वर्तमान और भविष्य, राजनीतिक गतिविधि, स्थानीय मुद्दे, दीर्घकालिक मुद्दे, द्विपक्षीय और बहुपक्षीय प्रतिबद्धताएं देखनी होतीं हैं. इसलिए यह बहुत जटिल कहानी है और इस जटिलता में हम काफी बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं.
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