मुंबई : शेयर बाजारों में सोमवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बीच बीएसई-30 सेंसेक्स 141 अंक गिरकर बंद हुआ. सूचना प्रौद्योगिकी, बैंकिंग, दवा और रोजमर्रा के उपभोक्ता उत्पाद कंपनियों के शेयर में मुनाफा वसूली से बाजार पर दबाव रहा. उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 141.33 अंक यानी 0.38 फीसदी गिरकर 37,531.98 अंक पर बंद हुआ. दिन में यह 37,480.53- 37,919.47 अंक के बीच रहा. इसी तरह एनएसई निफ्टी 48.35 अंक यानी 0.43 फीसदी गिरकर 11,126.40 अंक पर बंद हुआ.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि निवेशकों को दूसरी तिमाही के आंकड़ों में भी जीडीपी आंकड़ों के नीचे आने की आशंका है. इसलिए बाजार में कारोबार सीमित दायरे में बना हुआ है. कमजोर मांग के चलते वाहन, बैंक और अवसंरचना क्षेत्र पहले ही धीमी गति से चल रहे हैं. हालांकि, मानसून के बेहतर रहने और कॉरपोरेट कर में कटौती का लाभ लेने के चलते कुछ ब्लूचिप कंपनियों के शेयर में लिवाली का दौर रहा है.
सरकार के भारत पेट्रोलियम के निजीकरण किये जाने का रास्ता साफ किये जाने के बाद एनएसई पर कंपनी का शेयर पांच फीसदी तक गिर गया. सेंसेक्स में शामिल ओएनजीसी, आईटीसी, टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, एलएंडटी, टीसीएस, सन फार्मा, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक और टेक महिंद्रा के शेयर में 2.97 फीसदी तक की गिरावट देखी गयी. दवा कंपनी ग्लेनमार्क का शेयर नौ फीसदी से अधिक गिरकर बंद हुआ है. इसकी वजह कंपनी के हिमाचल प्रदेश स्थित विनिर्माण संयंत्र को लेकर अमेरिकी नियामक की ओर से चेतावनी मिलना है.
अरबिंदो फार्मा के शेयर में 19 फीसदी से अधिक गिरावट देखी गयी है. इसके अलावा, ल्यूपिन का शेयर 2.69 फीसदी, सिपला का 2.35 फीसदी और सन फार्मा का 1.57 फीसदी तक गिर गया है. वित्त क्षेत्र की दीवान हाउसिंग फाइनेंस (डीएचएफएल) का शेयर भी 7.52 फीसदी गिरकर बंद हुआ. इसकी वजह कंपनी के परिणाम जारी करने में देरी के चलते डिपॉजिटरी सीडीएसएल का कंपनी के प्रवर्तकों की शेयरधारिता पर रोक लगा देना है.
वहीं, नये निवेश की उम्मीद में येस बैंक का शेयर सोमवार को आठ फीसदी तक चढ़ गया. एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, हीरो मोटोकॉर्प और बजाज फाइनेंस के शेयर में 2.53 फीसदी तक की बढ़त देखी गयी. बीएसई का मिड कैप और स्मॉल कैप सूचकांक भी 0.75 फीसदी तक गिर गया. विशेषज्ञों के अनुसार, कॉरपोरेट कर में कटौती के बाद बाजार में मुनाफा वसूली का दौर देखा जा रहा है.
रिजर्व बैंक के रेपो रेट में कटौती के बाद भी निवेशकों का रुख मजबूत नहीं हो पाया है. इसके अलावा, एशियाई और यूरोपीय बाजार के कमजोर संकेतों से भी निवेशक धारणा कमजोर हुई है. इस बीच, दिन में कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे गिरकर 71.07 पर चल रहा रहा. वैश्विक वायदा बाजार में ब्रेंट कच्चा तेल 0.41 फीसदी बढ़कर 58.61 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
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