नयी दिल्ली : गुजरात सरकार समर्थित मुंदड़ा एलएनजी परियोजना दिसंबर तक चालू हो सकती है. करीब 5,500 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस परियोजना का उद्घाटन एक साल पहले ही हो चुका है, लेकिन विभिन्न कारणों से यह अब तक चालू नहीं हो पायी है. सूत्रों ने यह जानकारी दी.
परियोजना के भागीदार गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (जीएसपीसी) और अडाणी ग्रुप के बीच विवाद की वजह से 50 लाख टन सालाना क्षमता वाली तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयात सुविधा के चालू होने पर रोक लगी थी. टर्मिनल 2018 के मध्य में बनकर तैयार हो गया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था. हालांकि, प्रवर्तकों और गुजरात सरकार के बीच कुछ पट्टों और समझौतों को अंतिम रूप देने में देरी हुई, जिसके कारण इसे चालू नहीं किया जा सका.
सूत्रों के अनुसार, पिछले साल नवंबर में मुंदड़ा एलएनजी टर्मिनल पर अमेरिका से एक मालवाहक जहाज पहुंचा था, लेकिन उसे मुंदड़ा पर अनुमति नहीं दी गयी और उसे हजीरा भेज दिया गया. जीएसपीसी और राज्य की इकाइयों की जीएसपीसी एलएनजी में 50 फीसदी हिस्सेदारी है. जीएसपीएल एलएनजी ने टर्मिनल का निर्माण किया है. अडाणी समूह की कंपनी में 25 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि शेष हिस्सेदारी रणनीतिक निवेशक/ ईंधन आपूर्तिकर्ता/वित्तीय संस्थान और आम निवेशक हैं. क्रायोजेनिक जहाजों में प्राकृतिक गैस (तरलीकृत प्राकृतिक गैस) के आयात और इसे ग्राहकों को पाइप के जरिये आपूर्ति से पहले गैसीय अवस्था में बदलने को लेकर मुंदड़ा गुजरात में तीसरा आयात टर्मिनल है.
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