नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा, कारोबार सुगमता में भारत की रैंकिंग सुधरना एक बड़ी उपलब्धि
नयी दिल्ली : वैश्विक कारोबार सु्गमता सूची में देश की रैंकिंग में लंबी छलांग पर खुशी जताते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने गुरुवार को इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया. हालांकि, उन्होंने कुछ और मानकों पर बेहतरी की उम्मीद जतायी. विश्वबैंक की कारोबार सुगतमा सूची-2020 में भारत की रैंकिंग 14 स्थान […]
नयी दिल्ली : वैश्विक कारोबार सु्गमता सूची में देश की रैंकिंग में लंबी छलांग पर खुशी जताते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने गुरुवार को इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया. हालांकि, उन्होंने कुछ और मानकों पर बेहतरी की उम्मीद जतायी. विश्वबैंक की कारोबार सुगतमा सूची-2020 में भारत की रैंकिंग 14 स्थान की छलांग लगाकर 63वीं रही है. यह सूची 190 देशों की रैंकिंग करती है.
विश्वबैंक की रिपोर्ट में इस रैंकिंग सुधार की अहम वजह सरकार का ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम और निवेश आकर्षित करने के लिए अन्य सुधार करना बतायी गयी. इसके अलावा, दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता को सफलता पूर्वक लागू करने के चलते भी भारत की रैंकिंग सुधरी है.
भारत-कोरिया व्यापार भागीदारी मंच-2019 कार्यक्रम से इतर कांत ने यहां कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है. हमारा लक्ष्य पहले शीर्ष 50 देशों में और उसके बाद अगले तीन सालों में शीर्ष-25 देशों में शामिल होने का है. प्रधानमंत्री ने हमारे लिए यह लक्ष्य तय किया है.
उन्होंने कहा कि देश का प्रदर्शन बढ़िया रहा है, लेकिन अभी और कुछ किए जाने की जरूरत है. कांत ने कहा कि हमें लगता है कि हमने कई पैमानों पर बहुत बढ़िया काम किया है, लेकिन हमें परिसंपत्तियों के पंजीकरण, व्यापार को शुरु करने और अनुबंधों के अनुपालन जैसे इत्यादि बहुत से मुद्दों पर बेहतर काम करने की जरूरत है.
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