…और अब पाइप कन्वेयर बेल्ट के जरिये कोयले की ढुलाई की तैयारी में Coal India
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया ने गुरुवार को कहा कि वह खानों और स्टॉक के आसपास कोयला के परिवहन में बदलाव ला रहा है. इसके तहत 2023-24 तक ईंधन की ढुलाई मौजूदा सड़क मार्ग की जगह पाइप (पाइप कनवेयर बेल्ट) के जरिये की जायेगी. ‘पाइप कनवेयर बेल्ट’ के जरिये परिवहन के तहत […]
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया ने गुरुवार को कहा कि वह खानों और स्टॉक के आसपास कोयला के परिवहन में बदलाव ला रहा है. इसके तहत 2023-24 तक ईंधन की ढुलाई मौजूदा सड़क मार्ग की जगह पाइप (पाइप कनवेयर बेल्ट) के जरिये की जायेगी. ‘पाइप कनवेयर बेल्ट’ के जरिये परिवहन के तहत कोयले की ढुलाई ढके रूप से होती है. कोयला परिवहन का यह माध्यम न केवल पर्यावरण रूप से अनुकूल है, बल्कि कोयले की कालाबजारी पर भी अंकुश लगाता है.
कंपनी के बयान के अनुसार, यह प्रणाली कोल इंडिया के कुछ खदानों में पहले से काम कर रही है. इसे कोयल इंडिया लिमिटेड की 35 कोयला परियोजनाओं में लागू किया जायेगा. इनमें प्रत्येक कोयला परियोजना की उत्पादन क्षमता 40 लाख टन सालाना और उससे अधिक होगी. बयान के अनुसार, इन 35 परियोजनाओं पर जरूरी बुनियादी ढांचा के लिए कोल इंडिया पूंजी व्यय के तहत निवेश करेगी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.