धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, बुनियादी ढांचा विकसित करने में पांच साल में 1,400 अरब डॉलर खर्च करेगा भारत
नयी दिल्ली : भारत रेल परियोजनाओं, हवाईअड्डों, बिजली संयंत्रों, सड़कों और पुलों सहित विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास पर अगले पांच साल में करीब 1,400 अरब डॉलर खर्च करेगा. केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को इस्पात क्षेत्र पर बने वैश्विक मंच ‘ग्लोबल फोरम ऑन स्टील एक्सेस कैपिसिटी’ (जीएफएसईसी) […]
नयी दिल्ली : भारत रेल परियोजनाओं, हवाईअड्डों, बिजली संयंत्रों, सड़कों और पुलों सहित विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास पर अगले पांच साल में करीब 1,400 अरब डॉलर खर्च करेगा. केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को इस्पात क्षेत्र पर बने वैश्विक मंच ‘ग्लोबल फोरम ऑन स्टील एक्सेस कैपिसिटी’ (जीएफएसईसी) के सम्मेलन में यह बात कही. इसमें कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
प्रधान ने फोरम में कहा कि देश में इस्पात की मांग में काफी वृद्धि हुई है. भविष्य में इसके और बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि भारत 2024 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत अपने बुनियादी ढांचे के विकास और आर्थिक विकास पर अगले पांच साल में करीब 1,400 अरब डॉलर (99,40,000 करोड़ रुपये) का खर्च करने को प्रतिबद्ध है.
प्रधान ने कहा कि यह सब देश में इस्पात की मांग के लिए अच्छा है. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत इस्पात की प्रति व्यक्ति खपत को 72 किलो प्रति व्यक्ति के मौजूदा स्तर से बढ़ाकर 2030 तक 160 किलो प्रति व्यक्ति करने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रधान दो दिन की जापान यात्रा पर हैं. मंत्री ने इस दौरान शुक्रवार को जापान की दिग्गज इस्पात कंपनियों जेएफई स्टील कॉरपोरेशन , निप्पॉन स्टील और दायदो स्टील के शीर्ष प्रबंधन से मुलाकात की और तेल से बढ़ते भारतीय इस्पात क्षेत्र में निवेश करने के लिये आमंत्रित किया.
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