”निजी व्यापारियों ने मिस्र और नीदरलैंड से 80 कंटेनर प्याज का किया है आयात, कीमत कम होने के आसार”
नयी दिल्ली : सरकार ने शुक्रवार को कहा कि निजी व्यापारियों ने मिस्र और नीदरलैंड से 80 कंटेनर प्याज का आयात किया है. उम्मीद है कि प्याज के इस स्टॉक के कारण इसकी कीमतों पर अंकुश लगेगा. दिल्ली में प्याज की उपलब्धता को और बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्वामित्व वाली फर्म मदर डेयरी को […]
नयी दिल्ली : सरकार ने शुक्रवार को कहा कि निजी व्यापारियों ने मिस्र और नीदरलैंड से 80 कंटेनर प्याज का आयात किया है. उम्मीद है कि प्याज के इस स्टॉक के कारण इसकी कीमतों पर अंकुश लगेगा. दिल्ली में प्याज की उपलब्धता को और बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्वामित्व वाली फर्म मदर डेयरी को खुले बाजार से प्याज की खरीद करने को कहा गया है. एक अंतर-मंत्रालयी पैनल द्वारा देश में प्याज और टमाटर की कीमतों और उपलब्धता की समीक्षा किये जाने के बाद यह उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने यह जानकारी दी. राष्ट्रीय राजधानी में प्याज और टमाटर के खुदरा भाव 60-70 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्च स्तर पर बनी हुए हैं.
मंत्रालय ने कहा है कि बाजार में ताजा फसल की आवक शुरू होने से अब इनके भाव घटने की उम्मीद है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ऐसी खबरें हैं कि 80 कंटेनर प्याज का आयात मिस्र और नीदरलैंड से किया गया है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आयात निजी व्यापारियों द्वारा किया गया है और खेप मुंबई बंदरगाह पर पहुंच गयी है. गौरतलब है कि सरकारी कंपनी एमएमटीसी को 2,000 टन के आयात के लिए जारी निविदा के संबंध में बोलियां नहीं मिली हैं.
मंत्रालय ने कहा है कि उपभोक्ताओं को और राहत प्रदान करने के लिए मदर डेयरी खुले बाजार से गुणवत्ता वाले प्याजों का प्रबंध कर दिल्ली-एनसीआर में प्याज की आपूर्ति बढ़ायेगी. एपीएमसी दिल्ली इस अभियान में मदर डेयरी को सुविधायें प्रदान करेगी. मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर में 400 से अधिक सफल बिक्री केन्द्रों के माध्यम से पहले ही केंद्र के बफर स्टॉक से 24.90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज बेच रही है. वह टमाटर भी 55 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेच रही है.
मंत्रालय ने कहा कि दीवाली की छुट्टियों और उत्पादक क्षेत्रों में बरसात की वजह से आपूर्ति बाधित होने के कारण प्याज की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक में टमाटर चुनने का काम चल रहा है. इससे आने वाले दिनों में इसकी आवक में सुधार होने लगा है. मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में भारी बारिश के कारण यह कुछ हद तक प्रभावित हुआ है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में तोड़ाई शुरू होने के साथ नवंबर के मध्य से बाजार में टमाटर की आवक में सुधार आने की उम्मीद है.
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