मुंबई : निजी क्षेत्र की कंपनियों में काम करने वाले कामगारों के लिए एक खुशखबरी है. अर्थव्यवस्था में नरमी के बावजूद देश में अगले साल निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसदी वृद्धि हो सकती है. मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह यह अनुमान लगाया गया है. विलिस टॉवर वाटसन की ‘सैलरी बजट प्लानिंग’ (वेतन बजट योजना) के अनुसार, इस साल कर्मचारियों के वेतन में प्रभावी रूप से 9.9 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो अगले साल 10 फीसदी पहुंच सकती है.
हालांकि, वेतन में 10 फीसदी की वृद्धि एक रिवाज बनती जा रही है, लेकिन यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सर्वाधिक है. इंडोनेशिया में कर्मचारियों के वेतन में 8 फीसदी, चीन में 6.5 फीसदी, फिलीपीन में 6 फीसदी, हांगकांग और सिंगापुर दोनों जगह वेतन में 4 फीसदी वृद्धि का अनुमान है. विलिस टावर्स वाटसन इंडिया के परामर्श प्रमुख (टैलेंट एंड रिवार्ड) राजुल माथुर ने कहा कि हालांकि, एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत में वेतन में वृद्धि निरंत ऊंची बनी हुई है, लेकिन कंपनियां सतर्क रुख अपना रही हैं और पिछले साल के मुकाबले इसमें कोई बड़ा बदलाव का उनका इरादा नहीं है.
कंपनियां ऑटोमेशन तथा डिजिटाइजेशन से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए चुनिंदा आधार पर कौशल आधारित क्षतिपूर्ति समायोजन शुरू कर रही हैं. सर्वे के अनुसार, कार्यकारी स्तर पर 2020 के लिए वेतन में औसतन 10.1 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है. पिछले साल यह 9.6 फीसदी था. प्रबंधन के बीच के स्तर के पेशेवरों के मामले में वेतन बढ़ोतरी 10.4 फीसदी हो सकती है, जो 2019 में 10.1 फीसदी थी.
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