”घिया-तोरी” को कमतर बताने वाले विज्ञापन के लिए मैकडोनाल्ड को कारण बताओ नोटिस जारी
नयी दिल्ली : खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने फास्ट फूड को बढ़ावा देने के लिए अपने विज्ञापनों में ताजे पके भोजन और सब्जियों का तिरस्कार करने के लिए मैकडोनाल्ड को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने बयान में बताया कि नियामक ने हार्ड कासल एंड कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट […]
नयी दिल्ली : खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने फास्ट फूड को बढ़ावा देने के लिए अपने विज्ञापनों में ताजे पके भोजन और सब्जियों का तिरस्कार करने के लिए मैकडोनाल्ड को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने बयान में बताया कि नियामक ने हार्ड कासल एंड कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट लिमिटेड को नोटिस भेजकर पूछा है कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाए. यह संयुक्त उपक्रम भारत में मैकडोनाल्ड सीरीज के रेस्तरां चलाता है.
उल्लेखनीय है कि मैकडोनाल्ड ने इस महीने की शुरुआत में अखबारों में एक विज्ञापन दिया था, जिसमें घर में पके खाने और स्वास्थ्यवर्धक सब्जियों को कथित तौर पर कमतर करके दिखाया गया है. मैकडोनाल्ड की ओर से दिये गये विज्ञापन में कहा गया था कि फिर से अटके घिया-तोरी के साथ? बनाएं अपना मनपसंद 1+1 कॉम्बो. नियामक ने कहा कि एफएसएसएआई ने माना है कि कुछ खाद्य कंपनियां अपने खाद्य पदार्थों की बिक्री को बढ़ाने के लिए अक्सर अच्छा नहीं माने जाने वाले खाने को स्वस्थ खाने के विकल्प के रूप में पेश करती हैं. नियामक ने इस तरह के विज्ञापनों पर चिंता जतायी है.
मैकडोनाल्ड को एक निर्धारित समयसीमा के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है. एफएसएसएआई के विज्ञापन संहिता के उल्लंघन पर 10 लाख रुपये तक का जुर्माना है. बयान में कहा गया कि नयी दिल्ली और मुंबई में केंद्रीय लाइसेंसिंग प्राधिकरण और एफएसएसएआई के अधिकारियों ने इस पर संज्ञान लिया है. उन्होंने खाद्य सुरक्षा और मानक (विज्ञापन और दावे) विनियम, 2018 के प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा है कि मैकडोनाल्ड के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की जाए? फिलहाल, मैकडोनाल्ड ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
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