चीन को छोड़ भारत की ओर आ रहीं अमेरिकी कंपनियां, एप्पल भारत में बनायेगी आइफोन एक्सआर
दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर का फायदा धीरे-धीरे भारत को मिलता हुआ दिख रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी चीन छोड़ने वाली कंपनियों को भारत में संयंत्र लगाने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया है. इसी क्रम में विश्व की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल को कलपुर्जे […]
दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच जारी ट्रेड वॉर का फायदा धीरे-धीरे भारत को मिलता हुआ दिख रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी चीन छोड़ने वाली कंपनियों को भारत में संयंत्र लगाने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया है.
इसी क्रम में विश्व की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल को कलपुर्जे देने वाली कंपनी ने भी अपना कारोबार चीन से समेटने की तैयारी कर ली है. सैलकैंप नाम की कंपनी ने भारत में संयंत्र शुरू करने के मकसद से चेन्नई स्थित नोकिया की बंद पड़ी फैक्टरी को 30 मिलियन डॉलर ( करीब 215 करोड़ रुपये) में खरीद लिया है. नोकिया की यह फैक्टरी कर विवाद के बाद 2014 में बंद हो गयी थी. यह प्लांट करीब 11 लाख स्क्वेयर फट में फैला हुआ है. कंपनी के कुल प्रॉडक्शन में करीब 60 फीसदी हिस्सेदारी एप्पल की होगी.
एप्पल भारत में बनायेगी आइफोन एक्सआर : सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने सोमवार को कहा कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल ने घरेलू बाजार और निर्यात के लिए आइफोन एक्सआर का उत्पादन शुरू किया है. उन्होंने कहा कि सरकार देश में मोबाइल फोन विनिर्माण को बढ़ावा दे रही है.
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