डाटा का स्थानीयकरण करने की दिशा में काम कर रहा गूगल पे
कोलकाता : यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान सेवा देने वाली गूगल पे ने कहा कि वह डाटा स्थानीयकरण से जुड़े नियमों का अनुपालन कर रही है. हम सरकार के सभी नियमों का पालन करेंगे. गूगल पे के निदेशक (उत्पाद प्रबंधन) शरत बुलुसु ने यहां मंगलवार को कहा कि किसी भी तरह के व्यवधान से बचने के […]
कोलकाता : यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान सेवा देने वाली गूगल पे ने कहा कि वह डाटा स्थानीयकरण से जुड़े नियमों का अनुपालन कर रही है. हम सरकार के सभी नियमों का पालन करेंगे.
गूगल पे के निदेशक (उत्पाद प्रबंधन) शरत बुलुसु ने यहां मंगलवार को कहा कि किसी भी तरह के व्यवधान से बचने के लिए इसे (डाटा स्थानीयकरण) सावधानी से करने की जरूरत है. वह यहां कोलकाता में दुकानदारों के लिए ‘गूगल पे’ एेप की पेशकश के मौके पर बोल रहे थे.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, हम सरकार के सभी नियमों का अनुपालन करेंगे और हम इसकी प्रक्रिया में है. भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी भुगतान कंपनियों को लेनदेन के डाटा का स्थानीयकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं.
आम भाषा में डाटा स्थानीयकरण का मतलब विभिन्न तरह के आंकड़ों को देश के भीतर ही सर्वर में सुरक्षित रखने से होता है. बुलुसु ने कहा, हमने सेवा देना शुरू कर दिया था और यह दिशानिर्देश (डाटा स्थानीयकरण से जुड़े) बाद में आये हैं.
हम इस प्रक्रिया को 6.7 करोड़ उपयोक्ताओं की सेवा को रोके बगैर पूरा करेंगे. तकनीकी तौर पर यह इतना आसान नहीं है. हालांकि इस मामले में रिजर्व बैंक का रवैया भी सहयोग वाला है.
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