नयी दिल्ली : दूरसंचार कंपनियों की सकल आय चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 54,218 करोड़ रुपये रही. आय के मामले में एयरटेल 35 फीसदी से अधिक की हिस्सेदारी के साथ टॉप पर है. भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों के अनुसार , इस दौरान रिलायंस जियो की सकल आय निजी कंपनियों में सबसे कम 15,945.62 करोड़ रुपये रही, जबकि उसने सरकार को लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क (एसयूसी) के रूप में सबसे ज्यादा राशि का भुगतान किया.
एयरटेल की सकल आय सितंबर तिमाही में 19,061 करोड़ रुपये रही. उसने सरकार को 1,160.63 करोड़ रुपये का भुगतान किया. इसमें लाइसेंस शुल्क के 851.3 करोड़ रुपये और स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क के 309.33 करोड़ रुपये शामिल हैं. वोडाफोन-आइडिया की कुल आय 15,988.46 करोड़ रुपये रही और उसने 1,036 करोड़ रुपये का भुगतान किया. इसमें लाइसेंस शुल्क का 740.88 करोड़ रुपये और एसयूसी का 295.12 करोड़ रुपये है. रिलायंस ने दूरसंचार विभाग को सबसे ज्यादा 1,372.72 करोड़ रुपये का भुगतान किया. जियो की समायोजित सकल आय (एजीआर) उसकी सकल आय की 73.37 फीसदी यानी 11,699.13 करोड़ रुपये रही.
एयरटेल का एजीआर सकल राजस्व का 55.83 फीसदी (10,641.33 करोड़ रुपये) रहा, जबकि वोडाफोन-आइडिया का एजीआर 60.2 फीसदी (9,624.86 करोड़ रुपये) रहा. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीएसएनएल की सकल आय 3,222.91 करोड़ रुपये रही. उसका एजीआर सकल राजस्व का 55.37 फीसदी रहा और उसने 142.74 करोड़ रुपये का लाइसेंस शुल्क और 65.22 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क दिया.
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