दुबई : आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की आपूर्ति और ज्यादा हो सकती है. इससे ईंधन और ऊर्जा के दाम और नीचे आ सकते हैं. तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक के सदस्य इस स्थिति को लेकर पशोपेश में हैं. ओपेक देश गुरुवार को इस मुद्दे पर बातचीत के लिए आपस में बैठक कर सकते हैं. इस बैठक में ओपेक के तेल उत्पादक देश इस बात पर विचार करेंगे कि पिछले तीन साल से वह जो कटौती कर रहे हैं, उस पर टिके रहें या उसमें कुछ कमी लायें अथवा दाम में वृद्धि की उम्मीद में इस कटौती को और ज्यादा किया जाये.
यह बातचीत तनाव के बीच हो रही है, जिसमें सदस्य देश प्रतिस्पर्धी दिशाओं में बढ़ रहे हैं. सऊदी अरब की अरामको के शेयर बाजार में उतरने के बीच सऊदी अरब काफी असमंजस की स्थिति में पड़ गया है. वह इस पशोपेश में है कि तेल उत्पादन की कितनी मात्रा से दाम बेहतर स्तर पर होंगे. इसके साथ ही, उस पर अरामको के शेयरधारकों का भी अब अतिरिक्त दबाव होगा. हालांकि, ओपेक के कुछ सदस्य देश ऐसे भी हैं, जो समझौते को नजरअंदाज कर रहे हैं और वे आवंटित मात्रा से अधिक कच्चे तेल का उत्पादन कर रहे हैं.
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