नयी दिल्ली : देश के रीयल एस्टेट क्षेत्र के सबसे अमीर उद्यमियों की सूची में लोढ़ा डेवलपर्स के एमपी लोढ़ा और उनके परिवार का नाम सबसे ऊपर है. उनकी कुल संपत्ति 31,960 करोड़ रुपये आंकी गयी है. इस सूची में डीएलएफ के राजीव सिंह दूसरे और एम्बैसी ग्रुप के संस्थापक जितेंद्र विरवानी तीसरे स्थान पर हैं. हुरुन रिपोर्ट और ग्रोही इंडिया ने सोमवार को ‘ग्रोही हुरुन इंडिया रीयल एस्टेट रिच लिस्ट 2019′ का तीसरा संस्करण जारी किया. इस रिपोर्ट में देश के रीयल एस्टेट क्षेत्र के 100 सबसे अमीर उद्यमियों की जानकारी दी गयी है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 31,960 करोड़ रुपये की धन-दौलत के साथ मंगल प्रभात लोढ़ा और मैक्रोटेक डेवलपर्स का परिवार (पुराना नाम लोढ़ा डेवलपर्स) सूची में पहले स्थान पर रहा है. यह लगातार दूसरा साल है, जब लोढ़ा परिवार इस सूची में शीर्ष पर है. एमपी लोढ़ा इस समय भाजपा की मुंबई इकाई के प्रमुख हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि लोढ़ा परिवार की संपत्ति 2019 में 18 फीसदी बढ़ी है. सूची में शामिल 99 अन्य भारतीयों की कुल संपत्तियों के मुकाबले 12 फीसदी लोढ़ा परिवार के पास है.
इस सूची में डीएलएफ के राजीव सिंह 25,080 करोड़ रुपये की संपदा के साथ दूसरे स्थान पर हैं. वर्ष 2019 में उनकी संपत्तियां 42 फीसदी बढ़ीं. पिछले साल वह इस सूची में तीसरे स्थान पर थे. बेंगलुरु की एम्बैसी प्रॉपर्टी डेवलपमेंट्स के जितेंद्र विरवानी 24,750 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं. यह सूची इन उद्यमियों की 30 सितंबर, 2019 तक के संपत्ति आकलन के आधार पर तैयार की गयी है.
सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में उनके बाजार पूंजीकरण के आधार पर सूची में स्थान दिया गया है. वहीं, गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में उनके ताजा वित्तीय ब्योरे को लिया गया है. रीयल एस्टेट क्षेत्र के अमीर उद्यमियों की सूची में हीरानंदानी कम्युनिटीज ग्रुप के निरंजन हीरानंदानी 17,030 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ चौथे, के रहेजा के चंद्रू रहेजा एवं परिवार 15,480 करोड़ रुपये के साथ पांचवें, ओबरॉय रीयल्टी के विकास ओबरॉय 13,910 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ छठे और बागमाने डेवलपर्स के राजा बागमाने 9,960 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सातवें स्थान पर हैं.
हाउस ऑफ हीरानंदानी सिंगापुर के सुरेंद्र हीरानंदानी 9,720 करोड़ रुपये की निवल संपत्ति के साथ आठवें, मुंबई के रनवाल डेवलपर्स के सुभाष रनवाल और परिवार 7,100 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ नौवें और पीरामल रीयल्टी के अजय पीरामल एवं परिवार 6,560 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 10वें स्थान पर हैं. रीयल एस्टेट क्षेत्र के 100 सबसे अधिक अमीर उद्यमियों की कुल संपत्ति 2,77,080 करोड़ रुपये या 39.5 अरब डॉलर रही है. यह 2018 की तुलना में 17 फीसदी अधिक है.
रिपोर्ट कहती है कि ऐसे समय जब भारतीय रीयल एस्टेट क्षेत्र चुनौतियों का सामना कर रहा है और सुस्ती के अलावा उसे नकदी संकट से भी जूझना पड़ रहा है. इसके बावजूद क्षेत्र के 100 सबसे अमीर भारतीयों की धन-दौलत औसतन 16 फीसदी बढ़कर 2,743 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी. रिपोर्ट में कहा गया है कि रीयल एस्टेट क्षेत्र के 10 सबसे अमीर उद्यमियों में से छह मुंबई के हैं, जबकि क्षेत्र के सौ अमीरों में से 37 मुंबई के बाहर के हैं. इस सूची में दिल्ली और बेंगलुरु के 19-19 उद्यमियों के नाम हैं.
दिलचस्प बात यह है कि रीयल एस्टेट क्षेत्र के सबसे अमीर भारतीयों में से 75 फीसदी इन्हीं तीनों शहरों से हैं. एक और खास बात यह है कि सूची में शामिल 59 फीसदी व्यक्तिगत लोग पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं. इस बार सूची में आठ महिलाएं भी शामिल हैं. गोदरेज प्रॉपर्टीज की स्मिता वी कृष्णा सूची में शामिल सबसे अमीर महिला हैं. उनकी कुल संपत्तियां 3,560 करोड़ रुपये आंकी गयी है. सूची में शामिल लोगों की औसत आयु 56 साल है. चार की उम्र 40 साल से कम और तीन की 80 साल से अधिक है.
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