… तो अब प्याज की कीमतों में उतार-चढ़ाव को देख फरवरी में तय होगी Repo Rate की कटौती!
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को पूर्वस्तर पर रखकर बाजार को हैरत में डाल दिया है. एक अमेरिकी ब्रोक्ररेज फर्म ने कहा कि रेपो रेट में अगली कटौती में प्याज की बहुत अधिक भूमिका होगी. प्याज के दाम पिछले कुछ हफ्तों से आसमान छू रहे हैं और कुछ बाजार में यह 200 […]
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को पूर्वस्तर पर रखकर बाजार को हैरत में डाल दिया है. एक अमेरिकी ब्रोक्ररेज फर्म ने कहा कि रेपो रेट में अगली कटौती में प्याज की बहुत अधिक भूमिका होगी. प्याज के दाम पिछले कुछ हफ्तों से आसमान छू रहे हैं और कुछ बाजार में यह 200 रुपये प्रति किलो से ऊपर चला गया है. प्याज को राजनीतिक रूप से बहुत ही संवेदनशील माना जाता है.
बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज के अर्थशास्त्रियों ने एक नोट में मंगलवार को कहा कि हम निवेशकों को सलाह दे रहे हैं कि आरबीआई की ओर से रेपो रेट में अगली कटौती के लिए प्याज की कीमतों पर नजर रखें. इसमें कहा गया है कि दिसंबर में प्याज के दाम में सालाना आधार पर 371 फीसदी का उछाल आया है. नवंबर में यह 177 फीसदी था. यदि प्याज दिसंबर में 60 रुपये किलो और जनवरी में 40 रुपये हो जाता है, तो मुद्रास्फीति दिसंबर में 5.9 फीसदी और जनवरी में गिरकर 5.4 फीसदी पर आ जानी चाहिए.
अर्थशास्त्रियों के इस नोट में यह भी कहा गया है कि लेकिन, यदि आयातित प्याज की आवक होने से जनवरी में प्याज 60 रुपये पर रहती है, तो इस महीने मुद्रास्फीति 6.1 फीसदी पर रह सकती है. हालांकि, नोट में कहा गया है कि यह फरवरी में होने वाली मौद्रिक नीति बैठक में नीतिगत दर में कटौती के लिए आधार होगा.
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