नयी दिल्लीः माइक्रोमैक्स ने सैमसंग को पीछे छोड़ दिया है. सैमसंग को पछाड़कर माइक्रोमैक्स देश में नंबर वन कंपनी का स्थान प्राप्त कर लिया है. भारत के मोबाइल बाजार में हुए रिसर्च के मुताबिक अप्रैल – जून की तिमाही में माइक्रोमैक्स का बाजार शेयर लगभग 16.6 फीसदी हो गया है. जबकि सैमसंग का शेयर 14.4 फीसदी ही रहा. तीसरे नंबर पर नोकिया 10.9 फीसदी बाजार शेयर के साथ जमी है.
बाजार में जारी इस उतार चढ़ाव का सबसे बड़ा कारण साधारण फोन बाजार में आयी दो फीसदी की गिरावट और स्मार्टफोन की बिक्री 68 फीसदी की बढोत्तरी सबसे बड़ा कारण है. लेकिन अगर स्मार्टफोन की बात करें तो सैसमसंग अपने स्थान पर जमी है और पहला स्थान हासिल कर रही है इसका बाजार 25.3 फीसदी है जबकि माइक्रोमैक्स 19 फीसदी बाजार के साथ दूसरे नंबर पर है रिसर्च डायरेक्टर नील शाह ने कहा, माइक्रोमैक्स अपने घरेलू बाजार से निकल रही है. इस कंपनी पर मोबाइल इंडस्ट्री की नजर रहेगी.
अगर फीचर और सुविधाओं की बात करें तो पहली बार माइक्रोमैक्स नोकिया को पछाड़ कर आगे पहुंची है. कंपनी अपनी बिक्री और नये फोन को लांच करके बाजार में अपनी धाक बनाये रखना चाहती है. कंपनी कई सस्ते स्मार्टफोन पेश कर रही है जिससे साधारण वर्ग के बीच अपनी पकड़ और मजबूत कर सके.
देखा जाये तो भारत और चीन दुनियाभर में मोबाइल फोन के सबसे बडे बाजार हैं.इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि ये कंपनियां अपेक्षाकृत प्रतिस्पर्धी कीमतों पर मोबाइल पेश कर अपनी स्थिति मजबूत कर रही हैं. बाजार अनुसंधान फर्मों कैनालिस तथा काउंटर प्वाइंट ने यह निष्कर्ष निकाला है.
इसके अनुसार अप्रैल जून 2014 तिमाही में माइक्रोमैक्स ने भारतीय मोबाइल फोन बाजार में सैमसंग को पछाड दिया जबकि चीन में शियोमी ने सैमसंग को पीछे छोड दिया है.
काउंटर प्वाइंट रिसर्च के अनुसार 2014 की दूसरी तिमाही में पहली बार माइक्रोमैक्स 17 प्रतिशत बाजार भागीदारी के साथ सैमसंग से आगे निकल गई. स्मार्टफोन बाजार खंड में हालांकि 19 प्रतिशत बाजार भागीदारी के साथ सैमसंग के बाद दूसरी सबसे बडी कंपनी रही.
इसके अनुसार आलोच्य तिमाही में मोबाइल फोन बाजार में सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी 14.4 प्रतिशत तथा स्मार्टफोन बाजार में 25.3 प्रतिशत रही. वहीं अनुसंधान फर्मा कैनालिस के अनुसार चीन में शियोमी 14 प्रतिशत बाजार भागीदारी के साथ पहले नंबर पर रही है.
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