नयी दिल्ली : दूरसंचार क्षेत्र की सरकारी कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने मंगलवार को कहा कि 78,569 कर्मचारियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का विकल्प चुना है. इससे कंपनी को चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में वेतन मद में 1,300 करोड़ रुपये की बचत की उम्मीद है. योजना जनवरी, 2020 से अमल में आयेगी.
बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पीके पुरवार ने संवाददाताओं से कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) 31 जनवरी 2020 से प्रभाव में आयेगी. हमारा लक्ष्य है कि जिन लोगों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है, उन पर विचार किया जाये और उसे मंजूरी दी जाये. एमटीएनएल के साथ विलय के बारे में पुरवार ने कहा कि चर्चा शुरू हुई है और दोनों कंपनियों के निदेशक मंडल की बैठक हुई है.
उन्होंने कहा कि इस समय हमारा लक्ष्य नेटवर्क एकीकरण और परिचालन में तालमेल पर है. इसको लेकर चर्चा शुरू हुई है. चूंकि वीआरएस 31 जनवरी, 2020 से प्रभाव में आयेगी, कंपनी को वेतन मद में चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में 1,300 करोड़ रुपये की बचत होगी. सुप्रीम कोर्ट के समायोजित सकल राजस्व पर हाल के फैसले से कंपनी के ऊपर वैध बकाये के बारे में पुरवार ने कहा कि वित्तीय दबाव परिदृश्य को देखते हुए हमने सरकार से बकाये की वसूली पर पुनर्विचार करने या कंपनी को जो राशि देनी है, उसके बराबर समान राशि के बराबर इक्विटी पूंजी डालने को कहा है.
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