इनफोसिस पर 11,000 करोड रुपये के शेयरों की पुनर्खरीद का दबाव
बैंगलूरू: देश की दूसरी सबसे बडी साफ्टवेयर कंपनी इनफोसिस के कई पूर्व निदेशकों ने कंपनी प्रबंधन से कहा है कि उसे शेयरों को मजबूती देने के लिये 11,200 करोड रुपये के शेयरों की खरीदारी करनी चाहिये. कंपनी के पूर्व निदेशकों टी.वी. मोहनदास पाई, वी. बालाकृष्णन और डी.एन. प्रहलाद ने कंपनी प्रबंधन से कहा है कि […]
बैंगलूरू: देश की दूसरी सबसे बडी साफ्टवेयर कंपनी इनफोसिस के कई पूर्व निदेशकों ने कंपनी प्रबंधन से कहा है कि उसे शेयरों को मजबूती देने के लिये 11,200 करोड रुपये के शेयरों की खरीदारी करनी चाहिये. कंपनी के पूर्व निदेशकों टी.वी. मोहनदास पाई, वी. बालाकृष्णन और डी.एन. प्रहलाद ने कंपनी प्रबंधन से कहा है कि बाजार में कंपनी शेयरों को मजबूती देने के लिये उसे शेयरों की पुनर्खरीद करनी चाहिये.
यह मांग ऐसे समय आई है जब इनफोसिस नेतृत्व में बदलाव के अहम् दौर से गुजर रही है. कंपनी का नेतृत्व पहली बार किसी गैर संस्थापक कार्यकारी के हाथ में आया है. एसएपी के पूर्व एजी कार्यकारी विशाल सिक्का के सीईओ का कार्यभार संभाला है. एन.आर. नारायणमूर्ति सहित कंपनी के सभी संस्थापक सदस्य या तो सेवानिवृत हो चुके हैं अथवा बोर्ड में गैर-कार्यकारी भूमिका में आ गये हैं.
कंपनी के इन पूर्व कार्यकारी अधिकारियों ने 3,850 रुपये के भाव पर इनफोसिस के शेयरों की पुनर्खरीद किये जाने पर जोर दिया है. बीएसई में आज कंपनी का शेयर 3,574 रुपये पर बंद हुआ. इस लिहाज से कंपनी के शेयरों की 7.7 प्रतिशत प्रीमियम भाव पर पुनर्खरीद करने को कहा जा रहा है. बालकृष्णन ने कंपनी के निदेशक मंडल से दिसंबर में इस्तीफा दे दिया था.
पाई ने 2011 में और प्रहलाद ने 29 जुलाई को कंपनी छोड दी थी. ये सभी कंपनी में काफी उंचे पदों पर रहे हैं. इन्होंने इनफोसिस निदेशक मंडल को पत्र लिखकर कहा है कि शेयरों की पुनर्खरीद से प्रबंधन और निवेशकों के बीच सूचनाओं के बारे में अंतर का पता चलेगा. इन तीनों ने पत्र में लिखा है, ‘बाजार में नाटकीय ढंग से मूल्यांकन में तारतम्य टूट सा गया है, इस स्थिति को ठीक किये जाने की आवश्यकता है.’
इनफोसिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘इनफोसिस बोर्ड और प्रबंधन को शेयरधारकों और निवेशकों से विभिन्न मुद्दों पर लगातार आग्रह पत्र और आवेदन प्राप्त होते रहते हैं.’ प्रवक्ता ने कहा, ‘निवेशकों और शेयरधारकों से प्राप्त आवेदनों को बोर्ड और प्रबंधन अपने हिसाब से समय रहते समाधान करता है. जहां तक इस विशिष्ट मामले की बात है, हमें इस बारे में तीन खुदरा निवेशकों से आग्रह प्राप्त हुआ है.’ प्रवक्ता ने कहा कि इस दिशा में कोई भी घटनाक्रम होने पर जिसका कंपनी के शेयरधारकों पर असर पडता हो कंपनी तुरंत नियामकीय संस्थाओं को सूचित करेगी.
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