नकली कलपुर्जों से 2,500 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान
मुंबई : वाहन कंपनियों के संगठन सियाम ने वाहनों के जीवनकाल और पर्यावरण आदि पर नकली कलपुर्जों के इस्तेमाल के दुष्प्रभावों के बारे में उपभोक्ताओं के बीच जागरुकता अभियान चलाने की आज घोषणा की. नकली कलपुर्जों के इस्तेमाल से सरकार को सालाना 2,500 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान होता है. आफ इंडियन आटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स ( […]
मुंबई : वाहन कंपनियों के संगठन सियाम ने वाहनों के जीवनकाल और पर्यावरण आदि पर नकली कलपुर्जों के इस्तेमाल के दुष्प्रभावों के बारे में उपभोक्ताओं के बीच जागरुकता अभियान चलाने की आज घोषणा की. नकली कलपुर्जों के इस्तेमाल से सरकार को सालाना 2,500 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान होता है.
आफ इंडियन आटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स ( सियाम ) के प्रमुख संजय गुप्ता ने यहां कहा कि यह अभियान विश्व नकली उत्पाद रोधी दिवस का हिस्सा है. विश्व नकली उत्पाद . रोधी दिवस 8 जून को है.
सियाम में नकली उत्पाद रोधी प्रकोष्ठ के सह.अध्यक्ष राजेश बग्गा ने कापीराइट, ट्रेडमार्क और पेटेंट संबंधी कानूनों का कड़ाई से पालन करने के लिए मजबूत क्रियान्वयन व्यवस्था पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि बाजार में बिक रहे सभी लोकप्रिय ब्रांडों के 50 प्रतिशत से अधिक कलपुर्जे वास्तव में नकली और घटिया हैं.
एक अध्ययन के मुताबिक, नकली कलपुर्जों की बिक्री से 11.5 लाख से अधिक रोजगार नुकसान होता है, 10.9 करोड़ लीटर पेट्रोल और 80 लाख लीटर डीजल की सालाना बर्बादी होती है और 25,400 मृत्यु और 93,000 लोग घायल होते हैं.
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