ऑनलाइन कारोबार का बढ़ता ट्रेंड, खुदरा कारोबारी की शामत
ऑनलाइन शॉपिंग कारोबार का क्रेज दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इससे खुदरा व्यवसायियों के कारोबार पर शामत आ गयी है. सिलीगुड़ी में ऑनलाइन मार्केटिंग का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. शहर के विख्यात इंटरनेशनल मार्केट के खुदरा कारोबारी भी इससे काफी परेशान हैं. ऑनलाइन शॉपिंग का असर इंटरनेशनल मार्केट पर भी पड़ रहा है. प्रभात […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
January 13, 2020 3:56 AM
ऑनलाइन शॉपिंग कारोबार का क्रेज दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. इससे खुदरा व्यवसायियों के कारोबार पर शामत आ गयी है. सिलीगुड़ी में ऑनलाइन मार्केटिंग का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. शहर के विख्यात इंटरनेशनल मार्केट के खुदरा कारोबारी भी इससे काफी परेशान हैं. ऑनलाइन शॉपिंग का असर इंटरनेशनल मार्केट पर भी पड़ रहा है. प्रभात खबर के तत्वावधान में आयोजित परिचर्चा में इंटरनेशनल मार्केट के व्यवसायियों ने कहां कि ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज खुदरा दुकानदारों के लिए वर्तमान में एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरा है.
वहीं थोक कारोबारियों ने माना कि इसे बंद कराना संभव नहीं है. ऐसे में कारोबारियों को बाजार में टिके रहने के लिए चुनौती के रूप में इसे स्वीकार करना पड़ेगा. साथ ही जरूरत के अनुसार खुद को भी आधुनिक तकनीक को अपनाना होगा.नहीं तो ऑनलाइन कारोबार से निपटना काफी मुश्किल साबित होगा. पेश है खुदरा कारोबारियों से बातचीत के प्रमुख अंश:-
मुकेश खदरिया(मुकेश ट्रेडिंग)
ऑनलाइन मार्केटिंग में डुप्लीकेसी हो रही है. फिर भी लोग ऑनलाइन मार्केटिंग पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. इस का यह भी कारण है कि आजकल लोग घर से बाहर कम निकलना चाहते हैं. ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़ी बड़ी कंपनियां आकर्षक ऑफर का लालच देकर ग्राहकों को बरगलाती है. वहीं ग्राहक सोचते हैं कि घर बैठे ही ऑनलाइन के जरिए कोई भी सामान मंगा लेंगे और इस अच्छा छूट भी मिल जाएगा. पर उन्हें यह नहीं पता होता है कि छूट के चक्कर में ओरिजनल की जगह कॉपी सामान खरीद रहे हैं.
भास्कर केडिया (कृष्णा एलइडी)
ऑनलाइन मार्केटिंग में बहुत घपला हो रहा है. एमआरपी बदल कर 10 का माल 100 में बेचा जा रहा है. इस तरह ग्राहकों को ऑनलाइन कारेाबार करने वाली कंपनिया चूना लगा रही है. जबकि ऐसा कर कंपनियां 200 प्रतिशत मुनाफा कमा रही है. ऐसे ऑनलाइन मार्केटिंग पर लगाम लगाना बहुत ही जरूरी है, नहीं तो लोगों को चूना लगता रहेगा. साथ ही डुप्लीकेट सामान भी ऑनलाइन मिल रहे हैं. लोगों को फोटो में कुछ और दिखता है, पर जब सामान घर मंगाते हैं तो कुछ और निकलता है.
विकास प्रसाद (बल्निंग)
सस्ता के चक्कर में लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग के जरिये कंपनियां चूना लगा रही है. यहीं नहीं लॉनलाइन से मंगाया गया सामान भी कॉपी होता है. जो लोग किसी प्रोडक्ट का प्रचार देखकर ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं, लेकिन अक्सर वह प्रोडक्ट ऑरिजनल न होकर उसकी कॉपी होती है, पर लोग सस्ता के पीछे भागते हैं. हालांकि ऑनलाइन मार्केटिंग का असर खुदारा कारोबार पर पड़ा है. इसे स्वीकार तो करना ही पड़ेगा.
पवन मित्तल (राधा स्वामी इंटरप्राइजेज)
ऑनलाइन मार्केटिंग के बढ़ते ट्रेंड की वजह से 80 प्रतिशत खुदरा कारोबार का सेल गिरा है. इस वजह से खुदरा व्यवसायियों के सामने संकट के बादल मंडरा रहे हैं. ऐसे में खुदारा व्यसायियों को अपना व्यापार चलाना काफी मुश्किल साबित हो रहा है. खुदरा व्यवसायियों के हित के मद्देनजर सरकार को भी कोई ठोस कदम उठाना चाहिए, नहीं तो आने वाला दिन और भी मुश्किलों भरा होगा.
राहुल केडिया (कारोबारी)
ऑनलाइन कारोबार से तो छोटे कारोबारियों की दुकाने बंद हो रही है. आजकल लोग ऑनलाइन मार्केटिंग करना ही पसंद कर रहे हैं. इस का सीधा असर खुदरा व्यवसायियों पर पड़ रहा है. रोज कमाने खाने वालों की दुकाने बंद हो रही है. यह खुदरा कारोबार के लिए बहुत ही जटील समस्या है. इस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है, नहीं तो आने वाले समय में करोड़ों खुदरा व्यवसायी का रोजगार बंद हो जायेगा.
राज गोयल (केआरएनएन इंटरप्राइजेज)
ऑनलाइन शॉपिंग के माध्यम से कंपनियां लोगों को ठग रही है. कई बार ऑनलाइन ऑडर देने वालों को डुप्लीकेट सामान मिल जाता है. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि जो सामान ऑनलाइन 2000 रुपये से कम है, वहीं सामान बाजार में 2000 रुपये अधिक है.
ऐसे में लोग ऑनलाइन सामान मंगाना पसंद कर रहे हैं. डिस्काउंट के चक्कर में लोगों का झुकाव ऑनलाइन मार्केटिंग की ओर हो रहा है. ऑनलाइन जो सामान देखा गया वह सामान मंगाने पर नहीं आया. साथ ही ऑनलाइन के बढ़ते कारोबार से खुदारा व्यवसाय पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. आने वाले समय में खुदारा व्यवसायियों के लिए बहुत बड़ा संकट खड़ा होने वाला है.
चितेश चाचान (स्मार्ट हब)
ऑनलाइन मार्केटिंग के जरिए लोगों को कंपनी का एक्सक्लूसिव प्रोडक्ट मिल जा रहा है. वह भी डिस्काउंट में, लोग ऑफलाइन खरीदारी क्यों करे. कंपनी अपना एस्क्लूसिव प्रोडक्ट रिटेल में नहीं बेच रही है. ऑनलाइन बेचना पसंद कर रही है. जिसका ग्राहकों को लाभ मिल रहा है, पर इसका सीधा असर खुदरा कारोबारियों पर रहा है.जब कंपनियां अपना एक्सक्लूसिव प्रोडक्ट ऑन लाइन नहीं बेचेंगी तब खुदरा काराबारियों को नुकसान नहीं होगा.
राकेश पोद्दार (पोद्दार इंटरप्राइजेज कंपनी)
ऑनलाइन कंपनियां अपने -अपने प्रोडक्ट पर ऑफर दे कर लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. इसी कारण लोगों का झुकाव ऑनलाइन मार्केटिंग की ओर हो रहा है. वहीं खुदारा व्यवसाय पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. आजकल लोग ऑनलाइन मार्केटिंग को अपना सामान खरीदारी का मुख्य जरिया बना लिया है.
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