बाजार विश्लेषण : 2020 में शेयर बाजार में सकारात्मकता का रुझान

शेयर बाजार 2020 में प्रदर्शन भी लगभग 2019 के समान ही सकारात्मक रहने का अनुमान है. यह मुख्य रूप से कंपनियों के आय में कमी लाने वाले कारकों के कम होने की संभावना पर आधारित है. बाजार को प्रभावित करने वाले कारक उसी प्रकार रहेंगे जो 2019 में हावी थे. 2020 में बाजार को प्रभावित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2020 6:07 AM
शेयर बाजार 2020 में प्रदर्शन भी लगभग 2019 के समान ही सकारात्मक रहने का अनुमान है. यह मुख्य रूप से कंपनियों के आय में कमी लाने वाले कारकों के कम होने की संभावना पर आधारित है. बाजार को प्रभावित करने वाले कारक उसी प्रकार रहेंगे जो 2019 में हावी थे.
2020 में बाजार को प्रभावित करने वाले तीन मुख्य कारक :
1. देश में कंपनियों की आय में सुधार.
2. इमरजिंग शेयर बाजार के प्रति ग्लोबल सेंटीमेंट.
3. देश की राजकोषीय स्थिति.
यद्यपि यह बहस का विषय रहेगा कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती बुनियादी कारणों से है या सामयिक उतार-चढाव वाले साइक्लिकल कारणों की वजह से. वैसे यह दोनों ही कारण प्रभावी है.
70% उम्मीद है ऐसे परिदृश्य की :
1. कंपनियों की आय में वृद्धि का सकारात्मक असर अब उनके बैलेंस शीट की मजबूती में भी दिखाई देगा क्योंकि दूषित परिसंपत्ति का एक मुश्त सफाई के कारण इनका बैलेंस शीट काफी कमजोर हो गया था जो कि अब मजबूती की ओर पुन: लौटेगा.
2. इमरजिंग शेयर बाजार के प्रति ग्लोबल सेंटीमेंट्स सशंकित लेकिन सकारात्मक रहेगी.
3. देश की राजकोषीय स्थिति कमोबेश नियंत्रण में रहेगी.
निफ्टी शेयरों की आय में 18 प्रतिशत वृद्धि की दर से निफ्टी का प्रति शेयर आय इपीएस 650 एवं 21 के पीई के हिसाब से दिसंबर 2020 के लिए निफ्टी के 13650 तक पहुंचने की उम्मीद है.
मंदी संभावित परिदृश्य : 20% संभावना
1. कंपनियों की आय में वृद्धि की दर सामान्य रहती है.
2. इमरजिंग शेयर बाजार के प्रति ग्लोबल सेंटीमेंट्स सशंकित लेकिन सकारात्मक रहेगी.
3. राजकोषीय घाटे में अनावश्यक वृद्धि हो जाये या सरकारी व्यय उपभोक्ता मांग वृद्धि कर पाने में असमर्थ हो.
सबसे बडी चिंता वाली यह संभावित परिदृश्य है कि सरकार किसी भी प्रकार के उपभोक्ता मांग वृद्धि करने वाले उत्प्रेरक कदम नहीं उठाती है या अगर कोई कदम उठाती भी है तो इससे राजकोषीय घाटा का आकार नियंत्रण से बाहर हो जाता है और यह संभावना तब और बढ़ जायेगी, जब सरकार अपने उपक्रमों का पर्याप्त विनिवेश कर पाने में सक्षम नहीं हो.इसमें भी निफ्टी इपीएस 650 होने की उम्मीद है और 18 के गुणक पर निफ्टी का दिसंबर 2020 में 11700 पहुंचना संभव है.
तेजी संभावित परिदृश्य : 9% संभावना
1. कंपनियों की आय में वृद्धि की दर सामान्य रहती है.
2. इमरजिंग शेयर बाजार के प्रति ग्लोबल सेंटीमेंट्स सकारात्मक रहती है.
3. सरकार बडे पैमाने पर कैपेक्स करे, लेकिन डिसइनवेस्टमेंट की वजह से राजकोषीय घाटा नियंत्रण में रहता है. हालांकि इसकी संभावना कम है, फिर भी मान लेते है कि पिछले 10 वर्षों के खराब प्रदर्शन के बाद अच्छे वैश्विक आर्थिक विकास के आलोक में इमरजिंग मार्केट काफी बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
तेजरिया परिदृश्य में निफ्टी इपीएस मे 18 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है और 24 के गुणक पर दिसंबर 2020 में निफ्टी के 15600 तक पहुंचने की संभावना है.
ब्लैक स्वान परिदृश्य : 1% संभावना
1. कंपनियों की आय में वृद्धि की दर निराशाजनक रहती है.
2. इमरजिंग शेयर बाजार के प्रति ग्लोबल सेंटीमेंट्स नकारात्मक रहता है.
3. राजकोषीय घाटे में वृद्धि हो जाये और सरकारी व्यय डिमांड क्रियेशन की दिशा में हो ही नहीं.
यह बिल्कुल असंभव जैसा प्रतीत होता है कि बाजार को प्रभावित करने वाले तीनों कारक एक साथ नकारात्मक हो जायें.हमें अमेरिकी वित्तीय सचिव रोबर्ट रूबिन का यह लोकप्रिय कहावत याद रखना चाहिए … एक मात्र निश्चितता यही है कि कुछ भी निश्चित नहीं है और सभी निर्णय संभावनाओं की प्रबलता का परिणाम है.
(प्रस्तुति : नारनोलिया रिसर्च)

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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