नयी दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट भाषण पूरा नहीं पढ़ पायीं. बजट भाषण पढ़ते-पढ़ते उनकी तबीयत कुछ खराब हो गयी जिसके बाद उन्होंने बजट को सभापटल पर रख दिया.निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2020-21 का बजट भाषण दो घंटे 39 मिनट तक पढ़ा. इसे इतिहास का सबसे लंबा भाषण बताया जा रहा है.
इससे पहले सबसे लंबा भाषण पढ़ने का रिकॉर्ड मनमोहन सिंह के नाम दर्ज था, उन्होंने कुल 18700 शब्दों का बजट भाषण पढ़ा था. बजट भाषण पढ़ते समय तक उनकी तबीयत कुछ खराब हुई तब उन्होंने तीन बार पानी पीया. हालांकि इससे कुछ फायदा नहीं हुआ. तब सदन में विपक्ष के सदस्यों ने उनसे बजट दस्तावेज सभापटल पर रखने का आग्रह किया. इस पर सीतारमण ने कहा कि सिर्फ दो पन्ने बचे हैं. वित्त मंत्री ने दोबारा बजट पढ़ने का प्रयास किया लेकिन वे ठीक से नहीं पढ़ पा रही थीं.
सदन में पास ही बैठे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से कुछ कहा. इसके बाद गडकरी ने टॉफी निकाल कर सीतारमण को दी. लेकिन इसके बाद भी उन्हें बजट भाषण पढ़ने में परेशानी होने पर कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने बजट दस्तावेज सभा पटल पर रखने का आग्रह किया. इसके बाद वित्त मंत्री ने लोकसभा अध्यक्ष की अनुमति से बजट भाषण सभा पटल पर रख दिया. बाद में वित्त मंत्री सीतारमण राज्यसभा गयीं और बजट से जुड़े कागजात सदन की पटल पर रखे.
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