मुंबई : देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) के बकाये को चुकाने के लिए कंपनियों को अब धन जुटाना होगा. वैसे यह मान लेना सबसे सुरक्षित होगा कि उन्होंने इसके लिए पहले से प्रबंध किया है.
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के कड़ा रुख अपनाने के बाद यह साफ हो गया है कि सभी दूरसंचार कंपनियों को कुल 1.47 लाख करोड़ रुपये के एजीआर बकाया का भुगतान करना होगा. इस संबंध में एक प्रश्न के जवाब में कुमार ने कहा कि यह अब दूरसंचार कंपनियों पर निर्भर करता है कि वह इसे चुकाने के लिए धन का प्रबंध कैसे करेंगे या आगे क्या रुख अपनायेंगे.
उनका मानना है कि कंपनियों ने इसके लिए प्रबंध किया होगा. अभी किसी भी कंपनी ने बकाया भुगतान के वित्त पोषण के लिए बैंक से कर्ज नहीं मांगा है. एजीआर बकाया भुगतान मामले में वोडाफोन आइडिया को 53,000 करोड़ रुपये, भारती एयरटेल को 35,500 करोड़ रुपये और अब बंद हो चुकी टाटा टेलीसर्विसेस को 14,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना है.
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