नयी दिल्ली : सोमवार यानी 24 फरवरी को प्रधानमंत्री किसान योजना का एक साल पूरा हो जायेगा. सरकार ने देश के अन्नदाताओं की माली हालत में सुधार के लिए इस योजना की शुरुआत की थी. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से पीएम मोदी ने इस योजना का उद्घाटन किया था. केंद्र सरकार ने शनिवार को इसके मद्देनजर जानकारी दी है कि इस एक साल के दौरान देश के किसानों के बीच करीब 50,850 करोड़ रुपये बांट दिये गये हैं. इस योजना के तहत पात्र किसानों को साल में तीन किस्तों में छह हजार रुपये की मदद मिलती है.
सरकार की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के 24 फरवरी 2020 को एक साल होने वाले हैं. बयान में कहा गया कि देशभर में किसानों के परिवार को आमदनी में मदद करने के लिए और उन्हें कृषि कार्यों समेत घरेलू खर्च में सक्षम बनाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गयी थी. कृषि मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार अभी तक 50,850 करोड़ रुपये से अधिक की रकम किसानों के बीच बांट चुकी है.
कृषि गणना 2015-16 के आकलन के अनुसार, इस योजना में 14 करोड़ किसानों को लाभ मिल सकता है. इस साल 20 फरवरी तक 8.46 करोड़ किसानों को योजना के तहत पैसे मिल चुके हैं. यह योजना दिसंबर 2018 से लागू है. लाभार्थियों की पहचान करने की समयसीमा एक फरवरी, 2019 रखी गयी थी. यह काम राज्य सरकारों के जिम्मे था. इस योजना के तहत शुरुआत में सिर्फ उन छोटे किसानों को लाभ मिलना था, जिनके पास दो एकड़ या इससे कम खेत हैं. हालांकि, बाद में इसका सभी छोटे बड़े किसानों को इसका पात्र बना दिया गया.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.