सेंसेक्स 38 अंक की मजबूती के साथ दो सप्ताह के शीर्ष पर

मुंबई: उतार-चढाव भरे कारोबार में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 38.18 अंक की मजबूती के साथ दो सप्ताह के उच्च स्तर 25,918.95 अंक पर पहुंच गया. बडी कंपनियों की शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स में तेजी दर्ज हुई. बाजार में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर में कमी व खुदरा मुद्रास्फीति में बढोतरी को नजरअंदाज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2014 1:22 PM

मुंबई: उतार-चढाव भरे कारोबार में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 38.18 अंक की मजबूती के साथ दो सप्ताह के उच्च स्तर 25,918.95 अंक पर पहुंच गया. बडी कंपनियों की शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स में तेजी दर्ज हुई. बाजार में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर में कमी व खुदरा मुद्रास्फीति में बढोतरी को नजरअंदाज किया. सेंसेक्स की कंपनियों में एफएमसीजी फर्मों आईटीसी व हिंदुस्तान यूनिलीवर में सबसे अधिक लाभ रहा.

इससे उतार-चढाव के बीच संसेक्स को मजबूती मिली. हालांकि, दिन में ज्यादातर समय सेंसेक्स नकारात्मक दायरे में रहा. एचडीएफसी, सनफार्मा व टीसीएस में अच्छे लाभ से भी सेंसेक्स को मदद मिली. ब्रोकरों ने कहा कि एलएंडटी, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, भेल, हिंडाल्को, कोल इंडिया, टाटा स्टील, टाटा पावर व सिप्ला में बिकवाली से सेंसेक्स का लाभ सिमट गया.

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 25,861.47 अंक पर कमजोर खुलने के बाद और नीचे 25,791.79 अंक तक गया. हालांकि, अंत में सेंसेक्स 38.18 अंक या 0.15 प्रतिशत की मजबूती के साथ 25,918.95 अंक पर बंद हुआ. यह सेंसेक्स का दो सप्ताह का उच्च स्तर है. इससे पहले 30 जुलाई को सेंसेक्स 26,087.42 अंक पर बंद हुआ था. पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स 589.81 अंक या 2.33 प्रतिशत चढा है. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 12.50 अंक या 0.16 प्रतिशत की बढत के साथ 7,739.55 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 7,695.70 से 7,757.10 अंक के दायरे में रहा.

वेरासिटी ब्रोकिंग सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख जिग्नेश चौधरी ने कहा, ‘‘कुछ बडी कंपनियों के शेयरों की मदद से शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुए. बाजार में सकारात्मक धारणा से निवेशकों का भरोसा बढा है. एफआईआई की लिवाली से भी बाजार को मजबूती मिली.’’

शेयर बाजारों के अस्थायी आंकडों के अनुसार एफआईआई ने कल शुद्ध रुप से 370.83 करोड रुपये के शेयर खरीदे. देश के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर जून में घटकर 3.4 प्रतिशत रह गई है, जो मई में 5 प्रतिशत थी. इसी तरह खुदरा मुद्रास्फीति जुलाई माह में बढकर 7.96 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो जून में 7.46 प्रतिशत पर थी. रीयल्टी, पूंजीगत सामान, टिकाउ उपभोक्ता सामान, बिजली व तेल एवं गैस कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई. वहीं एफएमसीजी, आईटी व फार्मा काउंटरों पर लिवाली देखी गई. एशियाई बाजारों में सिंगापुर को छोडकर अन्य 0.06 से 1.02 प्रतिशत की बढत के साथ बंद हुए. यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में मिलाजुला रख था.

सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 14 लाभ व अन्य नुकसान में रहे. आईटीसी के अलावा जिन अन्य कंपनियों के शेयरों में बढत रही उनमें एचडीएफसी (2.26 प्रतिशत), सनफार्मा (2.09 प्रतिशत), विप्रो (0.98 प्रतिशत), सेसा स्टरलाइट (0.92 प्रतिशत), टीसीएस (0.86 प्रतिशत) और एचडीएफसी बैंक (0.64 प्रतिशत) शामिल हैं.वहीं दूसरी ओर भेल का शेयर 6.57 प्रतिशत लुढक गया. कोल इंडिया में 3.18 प्रतिशत, हिंडाल्को में 3.04 प्रतिशत, टाटा पावर में 2.64 प्रतिशत, एसबीआई में 2.50 प्रतिशत, लार्सन एंड टुब्रो में 2.33 प्रतिशत, एक्सिस बैंक में 2.04 प्रतिशत, टाटा स्टील में 1.33 प्रतिशत, सिप्ला में 1.26 प्रतिशत व ओएनजीसी में 0.91 प्रतिशत की गिरावट आई.

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