मुंबई : भारत में सोने की मांग 2014 की दूसरी तिमाही के दौरान 39 प्रतिशत घट कर 204.1 टन रह गयी. विश्व स्वर्ण परिषद की रपट में कहा गया कि ऐसा सोने की कीमत घटने की आशंका के कारण हुआ.
डब्ल्यूजीसी की मांग के रुझान संबंधी रपट में कहा गया कि 2013 की इसी तिमाही के दौरान मांग 337 टन थी. साल 2014 की दूसरी तिमाही में भारत में सोने की 41 प्रतिशत घट कर 50,564.3 करोड़ रह गयी, जो 2013 की दूसरी तिमाही के दौरान 85,533.8 करोड़ थी. रपट में कहा गया ‘उपभोक्ताओं को उम्मीद थी कि कीमत घट कर 25,000 के स्तर पर आ जायेगी व चुनाव से जो अनिश्चितता पैदा हुई उसका भी इस तिमाही में मांग पर असर हुआ.’
डब्ल्यूजीसी के महानिदेशक सोमसुंदरम पीआर ने कहा ‘हालांकि पिछले पांच साल के दीर्घकालिक औसत के हिसाब से दूसरी तिमाही में मांग जोरदार रही.’ रपट में कहा गया कि 2014 की दूसरी तिमाही के दौरान कुल जेवरात की मांग भी 18 फीसदी घट कर 154.5 टन रही, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 188 टन थी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.