पेरिस : विकसित देशों के संगठन आर्गनाइजेशन फार इकोनामिक कोआपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) ने आज कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं अब भी लीक से नीचे है जबकि ज्यादातर बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में मामूली सुधार के संकेत मिल रहे हैं. जहां चीन में आर्थिक गतिविधियां वहां की लीक के करीब हैं, अमेरिका और जापान में वृद्धि दर में सुधार का रुख दिखाई देता प्रतीत हो रहा है.
ओईसीडी का यह निष्कर्ष कंपोजिट लीडिंग इंडीकेटर्स (सीएलआई) पर आधारित है जिसे आर्थिक गतिविधियों में सटीक अनुमान के लिए विकसित किया गया है. भारत का सीएलआई अप्रैल में 97.3 रहा और यह फरवरी एवं मार्च में भी इतना ही था. जनवरी में यह थोड़ा बेहतर 97.5 था. ओईसीडी ने कहा, ‘‘ ब्रिटेन, कनाडा, चीन और ब्राजील के लिए सीएलआई इन अर्थव्यवस्थाओं की लीक के मुताबिक रहा. सीएलआई संकेत देता है कि रुस में वृद्धि दर लड़खड़ा रही है, जबकि भारत के लिए यह लगातार लीक से नीचे रहने का संकेत दे रहा है.’’
उल्लेखनीय है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर बीते वित्त वर्ष में घटकर दशक के निचले स्तर. पांच प्रतिशत पर आ गई जो 2010-11 में 6.2 प्रतिशत थी. पिछले महीने, ओईसीडी ने 2013 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान 5.9 प्रतिशत से घटाकर 5.3 प्रतिशत कर दिया. साथ ही इसने चेताया था कि ढांचागत बाधाएं, निवेश और संभावित वृद्धि को और नीचे ला सकती हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.