नयी दिल्ली: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने विजय माल्या समूह की कंपनी मंगलूर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एमसीएफएल) में अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने के दीपक फर्टिलाइजर्स के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. उचित व्यापार एवं व्यवहार की निगरानी करने वाली इस संस्था की मंजूरी ने दीपक फर्टिलाइजर्स के लिए मंगलूर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एमसीएफएल) में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए खुली पेशकश करने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है.
सीसीआई ने सौदे को हरी झंडी देते हुए कहा कि इस सौदे का भारत में प्रतिस्पर्धा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पडने की संभावना है. सौदे के तहत दीपक फर्टिलाइजर्स की सहायक कंपनी एससीएम स्वायलफर्ट एफसीएफएल में खुले बाजार के जरिये 0.8 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद के अतिरिक्त एक खुली पेशकश के जरिये 26 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी.
सीसीआई की मंजूरी दोनों ही सौदों के बारे में है. सीसीआई ने कहा कि इन दो कंपनियों के बीच सीमाओं का अतिक्रमण उर्वरक खंड तक सीमित है. सीसीआई ने यह भी कहा कि दीपक फर्टिलाइजर्स यूरिया का विनिर्माण नहीं करता जबकि एमसीएफएल की बाजार में हिस्सेदारी नगण्य है. दीपक फर्टिलाइजर्स के साथ साथ जुआरी एमसीएफएल का अधिग्रहण करने की जुगत में लगे हैं. पूंजी बाजार नियामक सेबी, जिसने दीपक फर्टिलाइजर्स और जुआरी ग्रुप द्वारा एमसीएफएल में हिस्सेदारी खरीद को मंजूरी दी है, ने यह व्यवस्था भी दी है कि उनके संबंधित खुली पेशकश सीसीआई की मंजूरी के बाद ही हो सकती है.
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