ब्राडबैंड पर ट्राइ का परामर्श पत्र अगले महीने, व्हाट्सऐप, स्काइप आदि कतार में
नयी दिल्ली: दूरसंचार नियामक ट्राइ अगले महीने के अंत तक ब्राडबैंड पेश करने से जुड मामलों पर सार्वजनिक टिप्पणी मांग सकता है. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राइ) की व्हाट्सऐप, स्काइप, वाइबर, वीचैट जैसे ओवर दर टाप मंचों के नियमन पर चर्चा के लिए परामर्श पत्र जारी करने की भी योजना है. लेकिन इसके लिए अभी […]
नयी दिल्ली: दूरसंचार नियामक ट्राइ अगले महीने के अंत तक ब्राडबैंड पेश करने से जुड मामलों पर सार्वजनिक टिप्पणी मांग सकता है. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राइ) की व्हाट्सऐप, स्काइप, वाइबर, वीचैट जैसे ओवर दर टाप मंचों के नियमन पर चर्चा के लिए परामर्श पत्र जारी करने की भी योजना है. लेकिन इसके लिए अभी इंतजार करना होगा.
ओवर द टॉप इकाइयां मुफ्त काल और संदेश सेवाओं के जरिए उपभोक्ताओं के लिए इनका उपयोग आसान बनाती हैं. दूरसंचार उपभोक्ताओं को ओवर दर टॉप सेवाओं के के उपयोग के लिए सिर्फ इंटरनेट शुल्क अदा करना होता है. ट्राइ के अध्यक्ष राहुल खुल्ल ने उद्योग मंडल ऐसोचैम के द्वारा आयोजित दूरसंचार सम्मेलन में कहा ”उम्मीद है कि हम अगले महीने तक ब्राडबैंड पर परामर्श पत्र लेकर आएंगे.”
खुल्लर से स्पष्ट किया कि परामर्श पत्र देश भर में ब्राडबैंड सेवाएं शुरु करने से जुडे मुद्दों के बारे में होगा. ट्राइ के अध्यक्ष की राय में देश मेंब्राडबैंड नेटवर्क विस्तार की रफ्तार निराशाजनक है. इस संबंध में उन्होंने राष्ट्रीय आप्टिकल फाइबर नेटवर्क के पेश किए जाने का हवाला दिया जिसमें 2017 तक 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को उच्च गति की ब्राडबैंड नेटवर्क से जोडने का लक्ष्य है. बाद में खुल्लर ने संवाददाताओं से कहा कि ट्राइ ओवर द टॉप इकाइयों पर भी परामर्श पत्र पेश करेगी.
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