नयी दिल्ली: पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने केयर्न इंडिया को राजस्थान के बाडमेर तेल ब्लॉक से कच्चे तेल का उत्पादन 50 प्रतिशत बढाकर 3,00,000 बैरल प्रति दिन करने की पर्यावरण संबंधी मंजूरी प्रदान कर दी. वेबसाइट पर 11 अगस्त को जारी आदेश में मंत्रालय ने कहा कि केयर्न को बाडमेर बेसिन से प्रतिदिन 16.5 करोड घन फुट तक प्राकृतिक गैस के उत्पादन की भी मंजूरी दी गई है.
इसमें कहा गया ‘पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने आपके आवेदन की जांच की. इसमें राजस्थान के बाडमेर एवं जालौर जिलों के आरजे-ओएन-90-1 क्षेत्र से कच्चे तेल का उत्पादन 2,00,000 बैरल से बढाकर 3,00,000 बैरल प्रति दिन करने और 16.5 करोड घन फुट गैस उत्पादन का प्रस्ताव किया गया है.’ आदेश में कहा गया ‘पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ईआईए अधिसूचना के प्रावधानों के तहत उक्त परियोजना को पर्यावरण मंजूरी प्रदान करता है.’ मंत्रालय ने कहा कि राजस्थान क्षेत्र में अनुमानित तौर पर 7.3 अरब बैरल तेल भंडार होने की संभावना है और इस परियोजना की अनुमानित लागत 16,000 करोड रुपये है.
प्रस्ताव के मुताबिक केयर्न अतिरिक्त उत्पादन के लिए व्यापक बुनियादी ढांचा तैयार करेगा. आदेश में कहा गया कि टर्मिनल के विस्तार के लिए 344 हेक्टेयर भूमि की जरुरत होगी. हालांकि, केयर्न को इसके साथ ही कई शर्तों को भी पूरा करना होगा. बेकार पानी के शोधन और प्लांट क्षेत्र के कम से कम 33 प्रतिशत क्षेत्र में हरित पट्टी विकसित करनी होगी ताकि क्षेत्र से होने वाले उत्सर्जन के प्रभाव को कम किया जा सके. केयर्न इंडिया को क्षेत्र की सामाजिक जरुरतों के अनुरुप उद्यम सामाजिक प्रतिबद्धता के लिये 300 करोड रुपये भी अलग रखने होंगे.
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