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प्रधानमंत्री जनधन योजना बैंकों पर बोझ नहीं:जेटली

नयी दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री की जनधन योजना के बारे में कहा कि यह योजना बैंकों पर बोझ नहीं बनेगी. इस योजना के तहत बैंकों ने अब तक 2.14 करोड़ बचत खाते खोले हैं. जेटली ने कहा, ऐसी आशंकायें कि यह योजना बैंकों पर वित्तीय बोझ होगी, निराधार हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री जनधन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2014 9:16 AM

नयी दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री की जनधन योजना के बारे में कहा कि यह योजना बैंकों पर बोझ नहीं बनेगी. इस योजना के तहत बैंकों ने अब तक 2.14 करोड़ बचत खाते खोले हैं.

जेटली ने कहा, ऐसी आशंकायें कि यह योजना बैंकों पर वित्तीय बोझ होगी, निराधार हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री जनधन योजना अपने आप में बैंकों के लिये कारोबार बढायेंगी और इसमें काफी सुरक्षा उपाय भी किये गये हैं. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को दिये जाने वाले बीमा लाभ के लिये लागत ढांचे को अंतिम रुप दिया जा रहा है.

उन्होंने कहा, खाता खोलने की प्रक्रिया जारी है…..अभी तक 2,14,34,000 खाते खोले गये हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि 7.5 करोड़ खाते खोलने का लक्ष्य 26 जनवरी 2015 से पहले हासिल कर लिये जाएंगे. योजना के तहत जिन लाभार्थियों के पहले से बैंक खाते हैं, वे भी 26 जनवरी 2015 से पहले अपनी बैंक शाखाओं से जारी रुपे कार्ड प्राप्त कर एक लाख रुपये का दुर्घटना बीमा तथा 30,000 रुपये का जीवन बीमा का लाभ प्राप्त करने के योग्य हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 अगस्त को प्रधानमंत्री जनधन योजना शुरु की. वित्तीय समावेशी की इस महत्वकांक्षी योजना में बैंकिंग सुविधाओं से वंचित 7.5 करोड़ परिवार के बैंक खाते खोले जाने हैं.
योजना के बारे में वित्तीय सेवा सचिव जी एस संधु ने कहा कि रुपे कार्ड के साथ एक लाख रुपये का दुर्घटना बीमा ग्राहकों को मुफ्त दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हालांकि 30,000 रुपये का जीवन बीमा कवर के लिये लाभार्थी को कुछ भुगतान करना पड़ेगा जिसके तौर-तरीकों पर विभाग काम कर रहा है.

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