नयी दिल्ली : विमानन नियामक डीजीसीए ने द्विवार्षिक परीक्षा पास किये बगैर निरंतर विमान उड़ाने के लिए जेट एयरवेज के करीब 140 पायलटों को लताड़ लगाते हुए उनके लाइसेंस निरस्त करने की चेतावनी दी है. नियामक ने कंपनी के पायलट प्रशिक्षण कार्यक्रम पर सवाल खड़ा करते हुए उसके पायलटों को कारण बताओ नोटिस जारी किये हैं.
डीजीसीए की तीन सदस्यीय टीम द्वारा कंपनी के प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंकेक्षण के आधार पर पायलटों के अलावा जेट के मुख्य परिचालन अधिकारी और प्रशिक्षण प्रमुख को भी नोटिस जारी किये गये हैं. नियामक ने इन पायलटों से पूछा है कि उनके लाइसेंस क्यों न निलंबित कर दिये जायें, क्योंकि वे पायलट दक्षता जांच परीक्षण पास किये बगैर विमान उड़ा रहे हैं. ये परीक्षण हर छह महीने में कराये जाते हैं. पिछले महीने की शुरुआत में बु्रसेल्स और मुंबई के बीच जेट एयरवेज का विमान कई हजार फुट से अचानक नीचे आ गया. इस घटना के बाद अंकेक्षण के आदेश दिये गये थे.
संपर्क किये जाने पर जेट एयरवेज की एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को डीजीसीए से रिपोर्ट मिली नहीं है और न ही बताया गया है कि उसे रिपोर्ट कब प्राप्त होगी. इसलिए हम रिपोर्ट के तथाकथित तथ्यों या मीडिया में चल रही अटकलों पर टिप्पणी नहीं कर सकते.
उन्होंने कहा कि हालांकि, हमें भरोसा है कि हमारा प्रशिक्षण डीजीसीए और अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरी तरह से पूर्ण करता है. हम रिपोर्ट मिलने पर किसी भी तरह की खामियों को चाहे वह छोटी ही क्यों न हों, दूर कर लेंगे और तथ्यों पर डीजीसीए के साथ चर्चा कर सकते हैं.
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