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शेयर बाजार : सेंसेक्स व निफ्टी में 5 सप्ताह की सबसे बडी गिरावट

मुंबई : चीन के बाजार के कमजोर आंकडों व अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढोतरी की आशंका के बीच आज बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 244.48 अंक की गिरावट के साथ 27,000 अंक के नीचे और नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 63.50 अंक गिर कर 8,100 अंक से नीचे आ गया. बिकवाली के […]

मुंबई : चीन के बाजार के कमजोर आंकडों व अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढोतरी की आशंका के बीच आज बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 244.48 अंक की गिरावट के साथ 27,000 अंक के नीचे और नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 63.50 अंक गिर कर 8,100 अंक से नीचे आ गया. बिकवाली के दबाव में दबे बाजार ने देश में मुद्रास्फीति के दबाव में कमी की खबर पर ध्यान नहीं दिया जबकि अगस्त माह में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति लगभग पांच सप्ताह के निचले स्तर पर आ गयी है.

ब्रोकरों ने कहा कि डालर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 61.14 प्रति डालर पर आ गया. इससे बाजार धारणा और प्रभावित हुयी. अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा उम्मीद से पहले ब्याज दरों में बढोतरी की आशंका के बीच बाजार में मुनाफावसूली चली. अमेरिका में ब्याज दरें बढने का मतलब है कि भारत सहित अन्य उभरते बाजारों से पूंजी की निकासी शुरु हो जाएगी. फेडरल की दो दिन की बैठक कल शुरु हो रही है. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स गिरकर खुला और बाद में 27,000 अंक से नीचे आ गया.

शुक्रवार को जारी औद्योगिक उत्पादन के कमजोर आंकडों का भी बाजार पर असर रहा. अंत में सेंसेक्स 244.48 अंक या 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,816.56 अंक पर बंद हुआ. 28 अगस्त के बाद सेंसेक्स का यह न्यूनतम स्तर है और 8 अगस्त के बाद इसकी यह सबसे बडी गिरावट है. निफ्टी 63.50 अंक या 0.78 प्रतिशत के नुकसान से 8,100 अंक से नीचे 8,042 अंक पर बंद हुआ. 8 अगस्त के बाद यह निफ्टी की सबसे बडी गिरावट है. चीन के कमजोर कारखाना उत्पादन आंकडों से धातु शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आयी. आइटी, तेल एवं गैस, पूंजीगत सामान और एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों में भी मुनाफावसूली देखने को मिली.

कोटक सिक्योरिटीज के प्रमुख पीसीजी अनुसंधान दीपेन शाह ने कहा, ‘कमजोर वैश्विक संकेतों से बाजार में गिरावट आयी. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर निवेशकों का मुख्य रुप से ध्यान है. बाजार फेडरल रिजर्व से संकेतों का इंतजार कर रहा है.’ चीन को छोडकर अन्य एशियाई बाजार 0.06 से 0.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए. यूरोपीय बाजार भी नीचे चल रहे थे. गत शुक्रवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुद्ध रुप से 182.80 करोड रुपये के शेयर खरीदे.वेरासिटी ब्रोकिंग सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख जिग्नेश शाह ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख से स्थानीय बाजारों में गिरावट आयी.सेंसेक्स के 30 शेयरों में 25 में गिरावट रही.

सेंसेक्स की कंपनियों में हिंडाल्को का शेयर 3.08 प्रतिशत टूटा. टाटा स्टील में 2.06 प्रतिशत, सेसा स्टरलाइट में 1.86 प्रतिशत, ओएनजीसी में 1.83 प्रतिशत, कोल इंडिया में 1.66 प्रतिशत, एचडीएफसी में 1.58 प्रतिशत, टीसीएस में 1.54 प्रतिशत, एमएंडएम में 1.36 प्रतिशत, विप्रो में 1.35 प्रतिशत की गिरावट आयी. एनटीपीसी, सनफार्मा, एक्सिस बैंक, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्टरीज और भारती एयरटेल के शेयर भी नुकसान में रहे. वहीं दूसरी ओर सिप्ला का शेयर 2.15 प्रतिशत चढ गया.

हीरो मोटोकार्प में 1.56 प्रतिशत, डॉ रेड्डीज में 0.53 प्रतिशत व एचडीएफसी में 0.51 प्रतिशत का लाभ दर्ज हुआ. विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में धातु खंड में सबसे ज्यादा 1.69 प्रतिशत का नुकसान दर्ज हुआ. तेल एवं गैस में 0.96 प्रतिशत, आइटी में 0.96 प्रतिशत, पूंजीगत सामान में 0.89 प्रतिशत व एफएमसीजी में 0.76 प्रतिशत की गिरावट आयी. वहीं दूसरी ओर बीएसइ स्वास्थ्य सेवा, रीयल्टी, मिडकैप व स्मालकैप बढत के साथ बंद हुए.

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