निर्यात वृद्धि दर महज 2.35 प्रतिशत, 5 माह के निम्नतम स्तर पर
नयी दिल्ली : देश की निर्यात वृद्धि अगस्त महीने में पांच महीने के निम्न स्तर पर आ गयी. माह के दौरान निर्यात सालाना आधार पर 2.35 प्रतिशत बढकर 26.95 अरब डालर रहा. अगस्त में सोने के आयात में तीव्र उछाल के साथ व्यापार घाटा बढकर 10.83 अरब डालर हो गया. सोने का आयात आलोच्य महीने […]
नयी दिल्ली : देश की निर्यात वृद्धि अगस्त महीने में पांच महीने के निम्न स्तर पर आ गयी. माह के दौरान निर्यात सालाना आधार पर 2.35 प्रतिशत बढकर 26.95 अरब डालर रहा. अगस्त में सोने के आयात में तीव्र उछाल के साथ व्यापार घाटा बढकर 10.83 अरब डालर हो गया. सोने का आयात आलोच्य महीने में 2.03 अरब डालर हो गया जो एक वर्ष पूर्व इसी महीने में 73.87 करोड डालर था. निर्यातकों का संगठन फियो ने कमजोर निर्यात के लिये यूरोपीय बाजारों में नरमी को जिम्मेदार ठहराया.
फियो अध्यक्ष रफीक अहमद ने कहा, ‘यूरोपीय संघ में स्थिति अभी भी खराब है. निर्यातक नयी व्यापार नीति का इंतजार कर रहे हैं. हम निर्यात को बढावा देने के लिये सरकार द्वारा कदम उठाये जाने की उम्मीद कर रहे हैं.’ अगस्त का व्यापार घाटा चार महीने में सर्वाधिक है. अप्रैल में यह 10 अरब डालर था. उस समय निर्यात में 5.26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकडों के अनुसार अगस्त में आयात 2.08 प्रतिशत की दर से बढकर 37.79 अरब डालर रहा. मई और जून महीने में निर्यात में क्रमश: 12.4 प्रतिशत तथा 10.22 प्रतिशत की वृद्धि हुयी थी.
जुलाई में वृद्धि दर घटकर 7.33 प्रतिशत रह गयी. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान निर्यात 7.31 प्रतिशत बढकर 134.79 अरब डालर रहा. हालांकि, आयात चालू वित्त वर्ष में पांच महीनों के दौरान 2.69 प्रतिशत घटकर 190.94 अरब डालर रहा. व्यापार घाटा इस दौरान (अप्रैल-अगस्त) 56.15 अरब डालर रहा जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 70.6 अरब डालर था. व्यापार घाटा इस दौरान (अप्रैल-अगस्त) 56.15 अरब डालर रहा जो पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 70.6 अरब डालर था. तेल आयात अगस्त में 14.97 प्रतिशत घटकर 12.83 अरब डालर रहा. हालांकि, गैर-तेल आयात इस दौरान 13.82 प्रतिशत बढकर 24.95 अरब डालर रहा.
सोने के आयात पर प्रतिबंध के कारण अगस्त में रत्न एवं आभूषण निर्यात 10.31 प्रतिशत घटकर 3.23 अरब डालर रहा. इसी प्रकार, इलेक्ट्रानिक वस्तुओं का निर्यात 17.67 प्रतिशत घटकर 54.7 करोड डालर का रहा. जिन अन्य क्षेत्रों में निर्यात में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी, उसमें चाय, काफी, चावल, तंबाकू, मसाला, ऑयल मील, लौह अयस्क तथा पेट्रोलियम उत्पाद शामिल हैं. हालांकि औषधि, रसायन तथा इंजीनियरिंग निर्यात क्रमश: 7 प्रतिशत, 2.66 प्रतिशत तथा 22.2 प्रतिशत बढा. आयात के मामले में जिन क्षेत्रों में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी, उसमें उर्वरक, कोयला, पेट्रोलियम, परिवहन उपकरण, परियोजना वस्तुएं तथा चांदी शामिल हैं.
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