अमेरिकी फेडरल रिजर्व की घोषणा से बाजार को राहत
मुंबई : अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कल एफओएमसी की बैठक में फिलहाल ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. उसे 0.0-0.25 प्रतिशत पर स्थिर रखा है. फेडरल रिजर्व के चेयरपर्सन जैनेट यलन ने कल कहा कि सही समय पर ही ब्याज दरें बढ़ाई जायेंगी. हालांकि फेडरल रिजर्व ने क्यूई में 10 अरब डॉलर की […]
मुंबई : अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कल एफओएमसी की बैठक में फिलहाल ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. उसे 0.0-0.25 प्रतिशत पर स्थिर रखा है. फेडरल रिजर्व के चेयरपर्सन जैनेट यलन ने कल कहा कि सही समय पर ही ब्याज दरें बढ़ाई जायेंगी.
हालांकि फेडरल रिजर्व ने क्यूई में 10 अरब डॉलर की कटौती बरकरार रखी है और क्यूई को 25 अरब डॉलर से कम कर 15 अरब डॉलर कर दिया है. साथ ही अगले महीने क्यूई पूरी तरह खत्म होने के संकेत दिये हैं. फेडरल रिजर्व की नयी घोषणा के बाद अब वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में ही ब्याज दर बढ़ने की संभावना है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था में भी हाल में सुधार के संकेत आ रहे हैं. वहां रोजगार उपलब्धता की स्थिति भी सुधरने के संकेत हैं.
वहीं, आज स्कॉटलैंड के जनमत संग्रह का असर ब्रिटेन के इंडेक्स पर दिखा. यह भी संभावना है कि अगर स्कॉटलैंड के लोगों ने ब्रिटेन से अलग होने के पक्ष में मतदान किया तो इसका असर पूरे यूरोप की अर्थव्यवस्था पर होगा. इसके कारण यूरोप से बाहर के बाजारों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.