मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्‍याज दरें रह सकती हैं जस की तस : राजन

मुंबई : रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को हाने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में ब्‍याज दरों स्थिर रहने का अनुमान लगाया. राजन ने कहा कि बैठक में उच्‍च मुद्रास्‍फीति की दरों का हवाला दिया जा सकता है. इसके बावजूद भी उद्योग जगत रिजर्व बैंक पर ब्‍याज दरों में कटौति का दबाव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2014 10:13 PM

मुंबई : रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को हाने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में ब्‍याज दरों स्थिर रहने का अनुमान लगाया. राजन ने कहा कि बैठक में उच्‍च मुद्रास्‍फीति की दरों का हवाला दिया जा सकता है. इसके बावजूद भी उद्योग जगत रिजर्व बैंक पर ब्‍याज दरों में कटौति का दबाव बनाया हुआ है.

यद्यपि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में कुछ नरमी आई है जो अगस्त में घटकर 7.8 प्रतिशत पर आ गयी, लेकिन केंद्रीय बैंक मध्यम अवधि के लक्ष्यों को लेकर चिंतित है. राजन कई बार यह विचार रख चुके हैं कि वह मुद्रास्फीति की समस्या के लिए एक टिकाउ समाधान चाहते हैं और इस दिशा में उनका प्रयास जारी है.

उन्होंने हाल ही में कहा कि वह मुद्रास्फीति को फिर से बढाने के लिये ब्याज दरों में कमी नहीं लायेंगे, क्योंकि यह अभी भी मजबूती में है. रिजर्व बैंक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के जनवरी 2015 तक आठ प्रतिशत रहने का लक्ष्य रखे हुये है. लेकिन उसकी चिंता जनवरी 2016 के 6 प्रतिशत मुद्रास्फीति के लक्ष्य को लेकर है, जिसे लेकर रिजर्व बैंक ने चिंता जताई है.

केंद्रीय बैंक ने अगस्त में जारी नीतिगत समीक्षा में इसको लेकर चिंता व्यक्त की है. बैंक ने कहा कि इस दौरान मुद्रास्फीति उंची रहने का जोखिम है. थोक मूल्‍य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में घटकर 5.55 प्रतिशत से घटकर 3.74 प्रतिशत रह गयी.

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