इंदौर : नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से एफडीआई को मंजूरी और ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रमों का असर अब साफ दिखने लगा है. आज मध्य प्रदेश में शुरू हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में पहले ही दिन इसके संकेत मिलने लगे हैं. रिलायंस समूह से लेकर अदाणी समूह ने यहां मध्य प्रदेश सरकार के वैश्विक निवेशक सम्मेलन के पहले दिन प्रदेश में करीब एक लाख करोड रुपये के निवेश करने की बात की है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निवेशकों का हौसला बढ़ाने की गरज से स्वयं इस सम्मेलन का उद्घाटन किया. सम्मेलन में आए अंबानी बंधुओं, मुकेश और अनिल ने मध्य प्रदेश में 60,000 करोड रुपये के निवेश का वादा किया. अदाणी समूह के गौतम अदाणी ने 20,000 करोड रुपये के निवेश की घोषणा की. पवन उर्जा क्षेत्र की कंपनी सुजलॉन के तुलसी तांती ने 15,000 करोड रुपये निवेश की मंशा जताई.
इनके अलावा वेलस्पन के सिंदूर मित्तल ने 5,000 करोड रुपये, एस्सार समूह के शशि रइया ने 4,000 करोड, फ्यूचर समूह के किशोर बियाणी ने 2,000 करोड रुपये और सिंबायसिस ओपन एजूकेशन सोसायटी ने 200 करोड रुपये की निवेश योजना की घोषणा की है. देश दुनिया से निवेश आकर्षित करने के लिये आज से यहां शुरु हुये इस वैश्विक निवेशक सम्मेलन में देश के जाने माने उद्योगपति उपस्थित थे.
सम्मेलन में टाटा समूह के साइरस मिस्त्री, आदित्य बिडला समूह के कुमार मंगलम बिडला, आईटीसी के वाई.सी. देवेश्वर, लार्सन एण्ड टुब्रो के ए.एम. नायक और गोदरेज समूह के आदि गोदरेज ने भी भाग लिया.
60,000 करोड रुपये का निवेश करेगा रिलायंस समूह
रिलायंस अनिल धीरुभाई अंबानी समूह मध्य प्रदेश में 2020 तक बिजली, कोयला, सीमेंट व दूरसंचार क्षेत्रों में 60,000 करोड रुपये का निवेश करेगा. समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ने बताया कि समूह ने पिछले पांच साल में राज्य में चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों कोयला, बिजली, सीमेंट व दूरसंचार में निवेश किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में इन चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों में समूह का निवेश 30,000 करोड रुपये से अधिक हो चुका है और उनका समूह राज्य में सबसे बडे निवेशकों में है. अंबानी ने कहा कि हम सिर्फ मेक इन इंडिया नहीं, बल्कि मेक इन मध्य प्रदेश के लिए भी आगे बढ़ेंगे. अंबानी ने कहा कि हम 2020 तक राज्य में इन चार महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपना निवेश दोगुना कर 30,000 से 60,000 करोड रुपये करेंगे.
अदाणी समूह करेगी 20,000 करोड रुपये निवेश
अरबपति गौतम अदाणी की अगुवाई वाले अदानी समूह ने आज अगले पांच साल के दौरान मध्यप्रदेश में विभिन्न परियोजनाओं के लिए 20,000 करोड रुपये का निवेश करने का वायदा किया. यहां वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने अदाणी समूह के मध्य प्रदेश के साथ पुराने संबंधों का उल्लेख किया जो 90 के दशक के शुरुआत से ही हैं. यह समूह 3.5 लाख टन अनाज के भंडारण के लिए कृषि आधारभूत ढांचा तैयार करने में राज्य सरकार के साथ साझेदारी कर रहा है.
बिजली उत्पादन के क्षेत्र में कंपनी जल्द ही छिंदवाडा में 660-660 मेगावाट परियोजना के निर्माण की शुरुआत कर रही है तथा हजीरा और मुंद्रा बंदरगाह से माल के त्वरित परिवहन के लिए जल्द ही एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया जायेगा. अदाणी ने कहा कि इन परियोजनाओं के अलावा आकलन की प्रक्रिया से गुजर रही अन्य परियोजनाओं के तहत मध्य प्रदेश में कंपनी समूह की ओर से अगले पांच वर्षो में कुल 20,000 करोड रुपये का निवेश किया जायेगा.
सुजलॉन करेगी 15,000 करोड रुपये निवेश
पवन चक्की आपूर्ति करने वाली दुनिया की पांचवी सबसे बडी कंपनी सुजलॉन एनर्जी मध्य प्रदेश में 2,000 मेगावाट क्षमता की बिजली परियोजनाएं लगाने के लिये अगले पांच साल में करीब 15,000 करोड रुपये निवेश करेगी. कंपनी राज्य में विनिर्माण इकाई भी लगाएगी. सुजलॉन ग्रुप के चेयरमैन तुलसी तांती ने कहा कि हमारी मध्य प्रदेश में कोई विनिर्माण इकाई नहीं है. हम एक इकाई यहां लगाएंगे और पवन उर्जा परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिये 14,000 से 15,000 करोड रुपये निवेश करेंगे. इसके साथ ही हमारी समूह का राज्य में अगले पांच साल में 2,000 मेगावाट की नई पवन उर्जा परियोजनाएं लगाने का इरादा है.
फ्यूचर समूह 2 ववेलस्पन5 हजार करोड रुपये करेंगे निवेश
फ्यूचर समूह के किशोर बियाणी ने राज्य में एक मेगा फूड पार्क स्थापित करने की घोषणा की जिसमें 2,000 करोड रुपये की लागत से 50 से 60 खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां लगायी जायेंगी. वेलस्पन के निदेशक सिंदूर मित्तल ने राज्य में नवीन उर्ज उद्योग में 5,000 करोड रुपये के निवेश की घोषणा की.
टाटा देगी 10,000 लोगों को रोजगार
टाटा संस के प्रमुख साइरस मिस्त्री ने हालांकि, किसी राशि की घोषणा नहीं की लेकिन राज्य में समूह की उपस्थिति बढाने का वादा किया. उन्होंने कहा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसिज यहां एक नया एकीकृत कैंपस बनाने जा रही है जिसमें 10,000 पेशेवरों को रोजगार उपलब्ध होगा.
पिछली सरकारों ने MP को किया बीमार : नरेंद्र मोदी
मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की सराहना करते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पिछली सरकारों ने राज्य को बीमार राज्यों की श्रेणी से बाहर निकालने के लिये कोई प्रयास नहीं किया इसके बावजूद राज्य ने मौजूदा सरकार के तहत अच्छी तरक्की की है. उन्होंने कहा कि बीमार राज्य से तात्पर्य खस्ताहाल अर्थव्यवस्था वाले राज्यों से है. 80 के दशक में चार राज्यों के शुरुआती अक्षर से यह नाम बना ये चार राज्य हैं बिहार, मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश.
शिवराज का नया नारा ‘मेक इन एमपी’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली ‘मेक इन इंडिया’ परियोजना की प्रेरणा से मध्यप्रदेश में ‘मेक इन एमपी’ कार्यक्रम की शुरुआत की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि इस कार्यक्रम के जरिये सूबे को देश का आदर्श राज्य बनाने की कोशिश की जा रही है. चौहान ने यहां वैश्विक निवेशक सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान मोदी की मौजूदगी में कहा कि हमने प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया परियोजना से प्रेरणा लेते हुए मेक इन एमपी कार्यक्रम शुरु किया है. हमने इस कार्यक्रम के बूते मध्यप्रदेश को देश का आदर्श बनाने की दिशा में काम शुरु कर दिया है. मोदी ने देश को आशा और विश्वास से भर दिया है. उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद नीतिगत लकवे का दौर खत्म हो चुका है.
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