मुंबई : विसाल सिक्का की अगुआई वाली इंफोसिस के शेयरों में जबरदस्त उझाल देखने को मिल रहा है. आज सुबह शेयर बाजार में गिरावट के रुख के बावजूद इंफोसिस के शेयरों में लगभग 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी.शेयरों पर बोनस देकर इंफोसिस ने निवेशको को इतना लुभाया कि उसके शेयरों में जबदस्त उछाल आ गया और कंपनी का मुनाफा भी बढ गया है. इस साल की दूसरी तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 7.30 प्रतिशत बढकर 3,096 करोड़ रुपये हो गया है. इससे पूर्व पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2,886 करोड़ रुपये का था.
निवेशकों को लुभाने के लिए इंफोसिस ने अपने निवेशकों को हर शेयर में 30 रुपये का डिविडेंड देने का एलान तो किया ही है, इसके अलावे एक शेयर के साथ दूसरा शेयर मुफ्त देने का भी एलान किया है. कंपनी ने अपने बोनस एडीआर को पुराने शेयरधारकों के लिए भी लागू करने का एलान किया है. मार्केट के लिहाज से चुनौतिपूर्ण दौर में भी इंफोसिस का मुनाफा निवेशकों को आकर्षित कर रहा है. कंपनी ने इस वित्त वर्ष में अपने आय में बढोतरी के गाइडेंस को भी बरकरार रखा है.
शुद्ध लाभ 28 प्रतिशत से अधिक बढा
इंफोसिस को दूसरी तिमाही में 3,096 करोड रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ है, जो पिछले साल की इसी तिमाही से 28.6 प्रतिशत अधिक है. इस तिमाही में कंपनी की एकीकृत कुल आय भी 2.9 प्रतिशत बढकर 13,342 करोड रुपये पर पहुंच गयी, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 12,965 करोड रपये थी. उम्मीद से बेहतर नतीजे के मद्देनजर कंपनी का शेयर आज बंबई शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में 5.61 प्रतिशत चढकर 3,850.05 रुपए प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था.
विशाल सिक्का ने इसे डिजिटल परिवर्तन का नतीजा बताया
इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक विशाल सिक्का ने कहा कि डिजिटल परिवर्तन हमारे हर ग्राहक के कारोबार को नया आकार प्रदान कर रहा है. हम इसे उनके मूलभूत कारोबार का नया स्वरुप देने एवं नए आयाम के विस्तार में मदद करने के मौके के तौर पर देख रहे हैं. इसके शुरुआती सकारात्मक नतीजे भी देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी की रणनीति है कि इसी सिद्धांत को अपने कारोबार पर भी लागू किया जाए ताकि इस मौके का फायदा उठाया जा सके और वृद्धि में तेजी लायी जा सके.
इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी राजीव बंसल ने कहा कि हम इस तिमाही के दौरान अपना मार्जिन बढाने में कामयाब रहे. जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान इन्फोसिस और इसकी अनुषंगियों ने 49 ग्राहक जोडे. कंपनी ने इस दौरान 14,255 नए कर्मचारियों (वस्तुत) 4,127 कर्मचारियों की नियुक्ति की जिससे 30 सितंबर 2014 तक कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या बढकर 1,65,411 हो गयी. कंपनी छोडकर जाने वाले कर्मचारियों की तादाद अधिक रही. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 20.1 प्रतिशत कर्मचारियों ने कंपनी छोडी जिनकी तादाद पिछले साल की इसी अवधि में 19.5 प्रतिशत थी.
आय में भी हुई है बढ़ोतरी
मुनाफे में बढोतरी के साथ-साथ कंपनी ने अपनी आय में भी बढोतरी की है. इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी ने आय में 4.5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज करायी है. पहली तिमाही में 12,770 करोड़ रुपये की आय को कंपनी ने दूसरी तिमाही में 13,342 करोड़ रुपये में तब्दील किया है.
दूसरी तिमाही में कंपनी की डॉलर आय 213.3 करोड़ डॉलर से बढ़कर 220.1 करोड़ डॉलर रही. तिमाही आधार पर दूसरी तिमाही में इंफोसिस का एबिट मार्जिन 25.14 प्रतिशत से बढ़कर 26.1 प्रतिशत रहा. तिमाही दर तिमाही आधार पर जुलाई-सितंबर तिमाही में इंफोसिस का एबिट 3211 करोड़ रुपये से बढ़कर 3483 करोड़ रुपये रहा.
तिमाही आधार पर दूसरी तिमाही में इंफोसिस के नॉर्थ अमेरिकी कारोबार की ग्रोथ 3.1 प्रतिशत बढ़ी है. यूरोपीय कारोबार की ग्रोथ 4.2 प्रतिशत बढ़ी है, लेकिन भारतीय कारोबार की ग्रोथ 5.1 प्रतिशत घटी है.
हाल ही में कंपनी के एक्जक्यूटिव्स की सैलरी में हुआ था मोटा इजाफा
गौरतलब है कि इंफोसिस ने अपनी कंपनी में शिखर पदों पर काम करने वाले अधिकारियों की सैलरी में मोटा इजाफा किया है. इनमें से कुछ की सैलरी तो सालाना 6 करोड़ रुपए हो गई है. इस बढ़ोतरी के बाद एक्जक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट को अब 6 करोड़ रुपए सैलरी मिल रही है. उनको पहले 2 करोड़ रुपए तक सैलरी मिल रही थी.
इंफोसिस के नए सीईओ विशाल सिक्का ने कंपनी के बेहतरीन अफसरों को कंपनी में बने रहने के लिए सैलरी में इतना इजाफा अपने स्तर से किया है. इस फैसला उनका स्वयं का है. सिक्का ने उक्त फैसला बोर्ड से बिना पूछे लिया है. इस फैसले के बाद सिक्का पर यह दबाव था कि वे कंपनी का मुनाफा बढायें. सिक्का ने कई पेशेवरों को अपनी कंपनी में बनाये रखने की गरज से भी सैलरी में भारी-भरकम बढोतरी की है.
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